- पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगाया था।
- पंजाब पुलिस ने कुमार विश्वास के खिलाफ 12 अप्रैल को मामला दर्ज किया था।
- 2018 में कुमार विश्वास ने आम आमदी पार्टी छोड़ दी थी।
Kumar Viswas Get Relief: कवि और पूर्व आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास को बड़ी राहत मिली है। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ खालिस्तान संबंधी बयान देने के मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। पंजाब पुलिस ने कुमार विश्वास के खिलाफ 12 अप्रैल को मामला दर्ज किया था। न्यायमूर्ति अनूप चितकारा की अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए चार जुलाई की अगली तारीख निर्धारित की है।
क्या है मामला
कुमार विश्वास के खिलाफ पंजाब के रोपड़ में केस दर्ज हुआ था। पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कुमार विश्वास ने केजरीवाल पर खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगाया था। जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इसके पहले विश्वास ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने का अनुरोध करने वाली एक याचिका पिछले सप्ताह उच्च न्यायालय में दाखिल की थी। उच्च न्यायालय ने 27 अप्रैल को याचिका पर सुनवाई करते हुए फैसला सोमवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया था। विश्वास ने अपनी याचिका में कहा था कि उनके खिलाफ दर्ज मामला कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग है और प्रत्यक्ष तौर पर राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से जांच एजेंसी कार्रवाई कर रही है,साफ है कि वह याचिकाकर्ता की आजादी को खत्म करने की कोशिश की जा रही है और ऐसी प्रक्रिया अपनाई जा रही है जो कानून में नहीं है। इसके पहले इसी मामले को लेकर पंजाब पुलिस 20 अप्रैल को कुमार विश्वास के गाजियाबाद स्थित घर पर पहुंची थी और उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था।
कभी अरविंद केजरीवाल के करीबी थे विश्वास
कुमार विश्वास अरविंद केजरीवाल के कभी बेहद करीबी हुआ करत थे। और अन्ना आंदोलन में अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ कंधे से कंधे मिलाकर चल रहे थे। इसके बाद जब पहली बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो उसमें भी कुमार विश्वास की अहम भूमिका रही । लेकिन बाद में दोनों के संबंध पहले जैसे नहीं रहे और 2018 में कुमार विश्वास ने पार्टी छोड़ दी थी। उस दौरान जब राज्य सभा के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे, तो कुमार विश्वास का नाम लिस्ट में नहीं था। उस वक्त आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह, सुशील गुप्ता और नवीन गुप्ता को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था।