- सोमवार को हरिद्वार कुंभ मेले में हुआ दूसरा शाही स्नान, बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
- घाटों पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए कोरोना नियमों का पालन कराना मुश्किल
- देश में इस समय कोरोना की स्थिति गंभीर हो गई है, कुंभ मेले से संक्रमण फैलने का है खतरा
देहरादून : देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति जहां खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है। वहीं, कुंभ मेला जैसे आध्यात्मिक कार्यक्रम अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। कोरोना संकट के बीच हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। सोमवार को यहां दूसरा शाही स्नान हुआ और यहां कल शाम तक 28 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। खास बात यह है कि घाट पर जुटने वाले श्रद्धालुओं के बीच कोविड-19 प्रोटोकॉल्स एवं सोशल डिस्टैंसिंग का नियमों का पालन नहीं हो पा रहा। ऐसे में यहां से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने की आशंका बनी हुई है।
सोमवार को घाटों पर प्रशासन ने हाथ खड़े किए
पुलिस एवं प्रशासन ने भी एक तरह से अपने हाथ खड़े कर लिए हैं। पुलिस का कहना है कि श्रद्धालुओं की इतनी बड़ी संख्या देखते हुए उसे सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराना मुश्किल हो रहा है। मीडिया रिपोर्टों में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि मुताबिक रविवार और सोमवार को 18,169 श्रद्धालुओं की टेस्टिंग हुई जिनमें 102 श्रद्धालु पॉजिटिव मिले।
कोविड-19 प्रोटोकॉल का नहीं हुआ पालन
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक हरिद्वार कुंभ मेले के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंजयाल ने कहा, 'हम लोगों से कोविड-19 प्रोटोकॉल का उचित पालन करने के लिए लगातार अनुरोध कर रहे हैं लेकिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए आज चालान जारी करना संभव नहीं है। घाटों पर सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराना बहुत मुश्किल है।'
भीड़-भाड़ वाली जगहों से कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा
देश में कोरोना के नए मामलों में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें गंभीर हैं। संक्रमण रोकने के लिए सरकारों की तरफ से कदम उठाए गए हैं। भीड़भाड़ वाली जगहों से कोरोना का संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा बना हुआ है। ऐसे में कुंभ मेले में इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना और वहां सोशल डिस्टैंसिंग और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन न हो पाना गंभीर खतरे को जन्म दे सकता है। देश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 1.3 करोड़ से ज्यादा हो गया है। प्रशासन का कहना है कि घाटों पर यदि सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराया गया तो वहां भगदड़ जैसी स्थिति बन सकती है।
उत्तराखंड में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 1233 नए मामले मिले जबकि तीन लोगों की मौत हुई। इस दौरान उपचार के बाद 317 लोग ठीक हुए। राज्य में कोरोना के कुल मामले 107,479 और एक्टिव केस 6000 हैं।