- 16 अगस्त को कार्तिकेय सिंह ने मंत्री पद की ली थी शपथ
- नीतीश कुमार ने कानून मंत्री की दी है जिम्मेदारी
- कार्तिकेय सिंह पर अपहरण का केस, 16 अगस्त को करना था सरेंडर
बिहार के कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह पर बीजेपी हमलावर है। बीजेपी के कद्दावर नेता सुशील मोदी ने कहा कि एक ऐसे शख्स को नीतीश कुमार ने मंत्री बनाया जो वारंटी है, जिसके खिलाफ अपहरण का केस है। जिस शख्स को 16 अगस्त को अदालत के सामने सरेंडर करना था उसे राजभवन में शपथ दिलाई गई। इस तरह के आरोपों पर नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ कोई केस है। इन सबके बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव महागठबंधन सरकार के बचाव में उतरे और सुशील मोदी को झूठा करार दिया।
सुशील मोदी के बयान पर ध्यान देने की जरूरत नहीं
लालू प्रसाद यादव ने कहा कि सुशील मोदी क्या बोलते हैं उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं। कार्तिकेय सिंह के खिलाफ कोई बात नहीं है। सुशील मोदी झूठा है। इन सबके बीच कार्तिकेय सिंह ने कहा कि वो दोषी नहीं पाए गए हैं। पहली बार एमएलसी और मंत्री बने हैं। वो पहले शिक्षक रहे, उनका खानदान देश की आजादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से भाग ले चुका है। जहां तक सुशील मोदी के आरोपों की बात है को चुनावी हलफनामे में सारी जानकारी दी गई है। किसी के खिलाफ केस का होना अलग मुद्दा है और किसी केस में सजायाफ्ता होना अलग बात है।
सुशील मोदी का आरोप
सुशील कुमार मोदी का आरोप है कि कार्तिकेय सिंह अपहरण के केस में वांछित हैं। वो अनंत सिंह के राइट हैंड हैं। कार्तिकेय को आरजेडी ने खास मकसद से मंत्री बनाया ताकि वो दागियों को बचा सकें। उन्होंने कहा कि जहां तक दोषसिद्धि की बात है यह सच है कि वो अदालत से अभी दोषी करार नहीं है। लेकिन एक सच तो यह भी है कि वो वारंटी है, फरार हैं, कोर्ट में उन्हें सरेंडर करना है। जो सरकार सुशासन की बात करती है कि क्या वो इन दागदारों के जरिए बिहार में स्वच्छ प्रशासन दे पाने में कामयाब होगी।