- अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण भूमि का समतीकरण कार्य चल रहा है
- समलतीकरण के दौरान देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां और तमाम पुरावशेष मिले
- खुदाई के दौरान नक्काशीकृत शिवलिंग की आकृति सहित कई पुरावशेष मिले
अयोध्या: अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है और फिलहाल श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर को समतलीकरण करने का कार्य चल रहा है। इस दौरान जेसीबी मशीन के द्वारा जब खुदाई की गई तो कई देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां और पुरावशेष वहां से प्राप्त हुए हैं। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने इन मूर्तियों की तस्वीरें भी अपने ट्वीटर अकाउंट पर साझा की है। इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद के द्वारा एक प्रेस रिलीज भी जारी की गई है।
साझा की तस्वीरें
विनोद बंसल ने ट्वीट कर कहा, 'श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा भूमि समतलीकरण का कार्य 11 मई से प्रारम्भ हुआ है। जिसमें अनेक प्रकार की देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां पुरावशेष, पुष्प कलश आमलक व दोरजाम्ब के पत्थर इत्यादि मिले हैं।' इस दौरान उन्होंने विश्व हिंदू परिषद द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति को भी साझा किया।
जारी है कार्य
इस विज्ञप्ति के मुताबिक, 'रामजन्मभूमि परिसर में अयोध्या में भावी राममंदिर के निर्माण के लिए समतलीकरण एवं पुराने गांगवे को हटाने का कार्य आरम्भ किया गया है। कोरोना महामारी के संबंध में समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करते हुए मशीनों का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क आदि सभी सुरक्षा उपायों का प्रयोग किया गया है।'
मिली ये कलाकृतियां
विज्ञप्ति में आगे बताया गया है, 'इस कार्य में 3 जेसीबी, 1 अदद क्रेन, 2 ट्रैक्टर, 10 मजदूर लगे हुए हैं। कोरोना की वजह से कार्य मंद गति से चल रहा है। खुदाई के दौरान काफी संख्या में पुरावशेष, देवी देवताओं की खंडित मूर्तिया, पुष्प, कलश, आमलक, दोरजाम्ब आदि कलाकृतिया, मेहराब के पत्थर. 07 ब्लैक टच स्टोन के स्तम्भ, 06 रेड सैंड स्टोन के स्तम्भ, 5 फिट आकारी की नक्काशीयुक्त शिवलिंग की आकृति आदि आज तक प्राप्त हुई है।'