नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी पिछले 40 दिन से धरने पर बैठे हैं। इन सबके बीच कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बड़े संकेत दिए हैं। उनका कहना है कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से सरकार बातचीत के लिए तैयार है। लेकिन वो एक तय रूप में होगा। शाहीन बाग में जो लोग धरने पर बैठे हैं उनकी सभी शंकाओं को सरकार दूर करने की कोशिश करेगी।
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग में धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि 40 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। लेकिन केंद्र सरकार कोई नुमाइंदा मिलने के लिए नहीं पहुंचा। धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि संविधान के खिलाफ जो फैसला लिया गया था उसके खिलाफ उनका विरोध है। इसके साथ ही शाहीन बाग को शैतान बाग और तौहीन बाग का नाम देकर पूरे आंदोलन को बदनाम कर रही है।
धरने पर बैठे लोगों का यह भी कहना है कि पिछले 40 दिनों से प्रदर्शनकारियों की तरफ से किसी तरह की उकसाने वाली कार्रवाई नहीं हुई है। यह बात अलग है कि कुछ लोगों धरना स्थल पर आए पिस्टल लहराए और यह संदेश देने की कोशिश की इस तरह के प्रदर्शन से देश की शांति भंग हो रही है। बता दें कि शाहीन बाग में प्रदर्शन के खिलाफ कुछ लोगों दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए थे कि वो बीच का रास्ता निकाले। दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से धरना खत्म करने की अपील की थी। लेकिन उस अपील की अनसूनी कर दी गई।