नई दिल्ली: हरियाणा में आज से शराब की दुकानों को खोलने की अनुमित दी गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने कंटेनमेंट जोन को छोड़कर पूरे प्रदेश में शराब की खुदरा दुकानों को खोलने का फैसला किया है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक शराब की दुकानें खुली रहेंगी। सरकार ने शराब पर अस्थायी 'कोविड उपकर' लगाया है। शराब की बिक्री के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
देसी शराब पर 5 रुपए प्रति क्वार्टर कोविड सेस लगाया जाएगा, भारतीय निर्मित विदेशी शराब (IMFL) पर 20 रुपए प्रति क्वार्ट उपकर लगेगा, स्ट्रॉन्ग बीयर पर 5 और अन्य बीयर पर 2 रुपए सेस लगेगा और आयातित विदेशी शराब (IFL) पर 375 ML से अधिक प्रति पैक 50 रुपए सेस लगेगा।
इससे हरियाणा सरकार के पास 400 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व आने की उम्मीद है। लॉकडाउन के कारण हरियाणा को 6,000 करोड़ रुपए का मासिक राजस्व नुकसान हो रहा है इस पर चौटाला ने कहा था, 'सरकार नए कोविड सेस पर विचार कर रही है ताकि उन क्षेत्रों या संस्थानों की मदद की जा सके जो महामारी की चपेट में आ गए हैं।'
सरकार के फैसले के बाद बुधवार सुबह से शराब की दुकानें खुलने लगी और उन पर लोग भी जुटने लगे।
राज्य में कोविड-19 के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 548 हो गई है। बुलेटिन के मुताबिक राज्य में 286 लोगों का इस समय इलाज चल रहा है जबकि 256 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे गई। राज्य में कोविड-19 से अबतक छह लोगों की मौत हुई है। गुरुग्राम में 84, सोनीपत में 78, फरीदाबाद में 76, झज्जर में 64, नूंह में 59, अंबाला में 37, पलवल में 36 मामले आए हैं। इस समय सबसे अधिक सोनीपत और झज्जर में कोविड-19 के मरीज है जिनका इलाज चल रहा है। दोनों जिलों में क्रमशद्ध 72 और 64 लोगों का इलाज चल रहा है।