- चक्रवात अम्फान अब सुपर साइक्लोन में तब्दील, पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर सबसे ज्यादा खतरा
- हवा की रफ्तार 165 से 190 किमी प्रति घंटे होगी
- 1999 जैसा खतरा ओडिशा पर मंडरा रहा है, ओडिशा के 6 जिलों पर पड़ सकता है सबसे अधिक असर
नई दिल्ली: देश के पूर्वी हिस्सों खासतौर से पश्चिम बंगाल पर 1999 जैसे तूफान का खतरा बरकरार है। सुपर साइक्लोन अम्फान तबाही की दस्तक दे रहा है, हालांकि इससे निपटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तीन बार गृहमंत्री अमित शाह के साथ समीक्षा की। उन्होंने बंगाल और ओडिशा दोनों सरकारों को भरोसा दिलाया कि केंद्र उनके साथ खड़ा है। मौसम विभाग के मुताबिक अम्फान देर शाम तक बंगाल को पार करेगा। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के प्रमुख एस.एन. प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आसन्न महाचक्रवात ‘अम्फान’ से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बल की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है। वहीं अम्फान के ओडिशा तट के करीब पहुंचने के साथ ही राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई।
'लोगों को किया जागरुक'
पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मचारी जागरूकता अभियान के तहत पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा में लोगों को जागरूक किया। अभिषेक कुमार गौरव, असिस्टेंट कमांडेंट, दूसरी बटालियन एनडीआरएफ, कोलकाता ने कहा, 'हम लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे सरकार के निर्देशों का पालन करें। हम उन्हें सरकार द्वारा की गई तैयारी के अनुसार प्रक्रिया का पालन करने का भी अनुरोध कर रहे हैं। ईस्ट मिदनापुर में 4 टीमें तैयार हैं। हम राज्य सरकार के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं।'
वहीं दूरसंचार विभाग ने चक्रवाती तूफान के दौरान संचार नेटवर्क में रुकावटों व बाधाओं को दूर करने और नेटवर्क के बेहतर प्रबंधन के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया है। विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करने वाला है। दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने मीडिया को बताया कि लोगों को स्थानीय भाषा में एसएमएस अलर्ट भेजने के प्रबंध किए जा चुके हैं। साथ ही संकट के समय मोबाइल उपयोक्ता उस क्षेत्र में उपलब्ध किसी भी नेटवर्क से अपने आप जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह महाचक्रवात काफी खतरनाक है। इसके बावजूद हम बहुत जल्द स्थिति को सामान्य का लेंगे। साथ ही हमारी कोशिश होगी कि नुकसान कम से हो।
कोलकाता के सीपी अनुज ने ट्वीट कर कहा है, 'चक्रवात की अवधि के दौरान अपने घरों से बाहर आने से बचें। सभी सावधानी बरतें।' उन्होंने इमरजेंसी नंबर भी जारी किए हैं।
पश्चिम बंगाल के दीघा और बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। कोलकाता में भी बारिश हो रही है। अम्फान के 20 मई की दोपहर या शाम के दौरान अत्यंत प्रचंड तूफान के रूप में बांग्लादेश में हटिया द्वीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तट के बीच से गुजरने की आशंका है।
मौसम विभाग क्षेत्रीय कार्यालय की चेतावनी
मौसम विभाग के कोलकाता स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने इस चक्रवात को लेकर चेतावनी जारी की है। कार्यालय ने मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है। अपनी चेतावनी में विभाग ने कहा है कि यह तूफान पुराने एवं कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा सकता है। चक्रवात की चपेट में आकर बिजली के खंभे उखड़ सकते हैं।
एनडीआरएफ की टीमें तैनात
NDRF चीफ एस.एन. प्रधान ने बताया, 'ओडिशा में 15 टीमें तैनात हैं। वे जागरूकता ड्राइव, संचार ड्राइव और निकासी का काम कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल में 19 टीमें तैनात हैं, 2 टीम वहां स्टैंडबाय में रखी गई हैं। हमें अभी कोविड 19 और चक्रवात दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हमने बैकअप रखा है। 6 NDRF बटालियन - 11, 9, 1, 10, 4, 5 इसके लिए रखी गई हैं। 11बटालियन वाराणसी में, 9 बटालियन पटना में, गुवाहाटी में 1 बटालियन, विजयवाड़ा में 10 बटालियन, अरक्कोणम में 4 बटालियन और पुणे में 5 बटालियन है।उन्हें जरूरत पड़ने पर जल्द से जल्द लाया जा सकता है। हर बटालियन में 4 टीमें होती हैं, इसलिए स्टैंडबाय पर 24 टीमें हैं।'
बंगाल में 3 लाख लोगों को हटाया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'चक्रवात अम्फान से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। पश्चिम बंगाल के तीन तटीय जिलों से कम से कम तीन लाख लोगों को हटाया गया और राहत शिविरों में ले जाया गया।'
बंगाल और ओडिशा के मछुआरों को सलाह
सुपर साइक्लोन अम्फान के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को 20 मई तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग का कहना है कि ऊंची ऊंची लहरों की वजह से जान और माल दोनों को खतरा है।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल की सीएम से केंद्र की बातचीत
सुपर चक्रवात अम्फान के मद्देनजर गृहमंत्री अमित शाह ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्रियों से फोन पर बातचीत की और कहा कि दोनों सरकारों को केंद्र की तरफ से भरपूर मदद मिलेगी। उन्होंने ममता बनर्जी से कहा कि एनडीआरएफ की टीमों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है। उसके अलावा भी अगर जरूरत होगी तो केंद्र सरकार मदद करने में पीछे नहीं हटेगा।
ओडिशा के 6 जिलों पर सबसे ज्यादा खतरा
मौसम विभाग भुवनेश्वर के डिप्टी डॉयरेक्टर उमाशंकर दास ने बताया कि अम्फान चक्रवात से केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालाशोर, मयूरभंज, जाजपुर और जगतसिंहपुर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि अब सुपर चक्रवात में तब्दील हो चुका अम्फान ओडिशा को पार करेगा। जगतसिंहपुर जिले में एनडीआरएफ की टीम कैंप भी कर रही है और ऐहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजने के निर्देश दिये जा रहे हैं।
अम्फान का खतरा बरकरार
मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार दोपहर या शाम तक अम्फान सुंदरबन के पास से बंगाल को पार करते हुए बांग्लादेश में दस्तक देगा। बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिमी हिस्से से उठा यह तूफान अब उत्तर और उत्तर पूर्व की तरफ बढ़ रहा है।
दूसरी बार सुपर साइक्लोन का खतरा
(NDRF) के मुताबिक 1999 के बाद दूसरी बार महाचक्रवात श्रेणी का एक तूफान ओडिशा के तट से टकराने वाला है। 1999 के महाचक्रवात में ओडिशा करीब करीब बर्बाद हो गया था। पिछले साल की बात करें तो ओडिशा पर फोनी का अटैक हुआ था। लेकिन बेहतर प्रबंधन की वजह से फोनी ज्यादा तबाही नहीं मचा सका। ‘अम्फान’ से प्रभावित ओडिशा, पश्चिम बंगाल के लिए 53 टीमों को तैयार रखा है। एनडीआरएफ ने इन दोनों राज्यों में कुल 37 टीमें तैनात की हैं।