- दिल्ली में जमातियों का कोरोना टेस्ट कराने से इंकार, लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल का खुलासा
- मरीजों के तीमारदार टेस्ट और भर्ती किए जाने पर कर रहे हैं ऐतराज
- अस्पताल में तीन ब्लॉक के चारों तरफ सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती की गई
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना के मामले अब 2 हजार के करीब हैं। अगर दिल्ली की बात करें तो 30 से लेकर 1 अप्रैल के बीच कोरोना के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ। अब इस संबंध में लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के मेडिकल डॉयरेक्टर डॉ जे सी पासी कहते हैं कि कोरोना के कुल 216 मामले हमारे सामने हैं। उसमें से 188 एक खास समूह से हैं। हमें इस समूह के 24 लोगों की रिपोर्ट मिली है जिसमें 23 कोरोना पॉजिटिव हैं। यह डराने वाली तस्वीर है।
कोरोना टेस्ट कराने से जमातियों का इंकार
जे सी पासी कहते हैं कि तबलीगी जमात में जो लोग शामिल हैं उनके तीमारदार टेस्ट कराने से इंकार कर रहे हैं, वो एक तरह से ऐतराज जता रहे हैं। वो कहते हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है। इसकी वजह से अस्पताल के स्टॉफ पर खतरा बढ़ गया है। अब तीन ब्लॉक के चारों तरफ पुलिस की तैनाती की गई ताकि किसी तरह की परेशानी या खतरा किसी को न हो।
जमातियों का कारनामा सिर्फ एक अस्पताल तक सीमित नहीं
जमातियों का यह कारनामा सिर्फ एलएनजेपीएन अस्पताल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि किस तरह से जब जमात के कुछ लोगों को तुगलकाबाद में रेलवे द्वारा बनाए गए क्वारंटाइन वार्ड में ले जाया गया तो वो स्टॉफ के ऊपर थूक रहे थे, जब उन्हें ऐसा करने से मना किया गया तो वो स्टॉफ के साथ बदसलूकी पर भी उतर आए।
तबलीग की वजह से तेजी से फैला कोरोना
तबलीगी जमात के लोग सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि देश के करीब 27 राज्यों में इनकी वजह से कोरोना और तेजी से फैला है। तेलंगाना में जिन 9 लोगों की मौत हुई थी उसके पीछे वो जमाती थे जो मरकज में शामिल हुए थे। सबसे बड़ी बात यह है कि मरकज को खाली कराने के लिए खुद एनएसए अजीत डोभाल तक को हस्तक्षेप करना पड़ा। यूपी में कई जगहों पर जमात से जुड़े लोग मस्जिदों में जाकर छिप गए थे। जिन्हें मानमनौव्वल के बाद बाहर निकालना पड़ा।