- कर्नाटक में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले
- लॉकडाउन लगाने पर फैसला कर सकती है बोम्मई सरकार
- राज्य में दो सप्ताह के लिए वीकेंड कर्फ्यू लगाने का ऐलान हुआ है
बेंगलुरु : कर्नाटक में कोरोना एवं ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए कर्नाटक सरकार हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गुरुवार शाम अपनी कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई है। सूत्रों का कहना है कि कोरोना के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार ने पाबंदियों को सख्त किया है लेकिन संक्रमण के मामले यदि आगे भी बढ़ते रहे तो सरकार लॉकडाउन लगाने की दिशा में आगे बढ़ सकती है।
संक्रमण रोकने के लिए पाबंदियां सख्त हुईं
सोमवार को राज्य में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 10,321 हो गई। इनमें से 76 केस ओमीक्रोन के हैं। नए साल के मौके पर समारोहों एवं आयोजनों के जरिए संक्रमण न फैले, इस पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लगाईं। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि राज्य में क्या लॉकडाउन लगाना चाहिए, या सरकार को किस तरह का कदम उठाना चाहिए, इस पर निर्णय करने के लिए दो बैठकें बुलाई गई हैं। उन्होंने कहा, 'फिलहाल मैंने, कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार की ओर से अब तक जारी गाइडलाइन को प्रभावी बनाया गया है।'
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...ताकि लॉकडाउन लगाने की नौबत न आए-सीएम
इससे पहले मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र से लगने वाले जिलों बेलगावी एवं विजयपुरा में सरकार सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए बाध्य होगी। उन्होंने कहा, 'लोगों को कोविड गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। लोगों को ऐसी परिस्थितियों का निर्माण करने से बचना चाहिए जिससे कि सरकार को लॉकडाउन न लगाना पड़े।'
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राज्य में 2 हफ्तों के लिए लगा है वीकेंड कर्फ्यू
कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को राज्य में दो हफ्तों के लिए सप्ताहांत कर्फ्यू लगाने और रात्रि कर्फ्यू बढ़ाने का फैसला किया। सरकार ने 10वीं और 12वीं कक्षाओं को छोड़कर बाकी सभी के लिए स्कूलों और कॉलेजों को दो हफ्तों तक बंद करने का भी फैसला किया है। कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर. अशोक ने पत्रकारों से कहा, ‘हमने यह फैसला किया है कि बेंगलुरु में 10वीं और 12वीं कक्षाओं को छोड़क