नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल को लोकसभा ने पारित कर दिया है। अब इसे राज्यसभा में पेश किया जाना है। लोकसभा में करीब सात घंटे तक चली बहस का जवाब गृहमंत्री अमित शाह ने देते हुए कहा कि जिन लोगों को कैब का विरोध है उन्हें समझने की जरूरत है कि शरणार्थी और घुसपैठिए में अंतर क्या होता है। लोकसभा से पारित होने के बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा से पारित हो चुका है। इस अवसर पर देशाविसयों को बधाई। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में देश अपनी प्राचीन परंपरा को निभा रहा है जिसमें शोषित लोगों की मदद की जाती थी।
कांग्रेस के लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि इतिहास याद रखेगा कि पार्टी ने कितनी मजबूती से इस बिल का विरोध किया। यह बिल इस देश की आत्मा को चुनौती दे रहा है, पूर्वोत्तर राज्यों के रहने वालों के हितों पर खतरा है, इसके जरिए संवैधानिक मूल्यों पर हमला किया गया है।