उज्जैन : चीनी मांझे पर रोक के बावजूद यह आज भी धड़ल्ले से बाजारों में बिक रहा है और लोगों की जान ले रहा है। पतंग उड़ाने में इस्तेमाल होने वाले चीनी मांझे से बीते कुछ वर्षों में कई लोगों का गला कटने और शरीर के अन्य अंगों पर जख्मों के बाद जहां इस पर रोक लगा दी गई, वहीं आम लोगों को भी इसके प्रति जागरूक किया गया, लेकिन दुकानों में यह आज भी बिक रहा है और लोगों की मौत की वजह बन रहा है।
ताजा मामला मध्य प्रदेश के उज्जैन का है, जहां स्कूटर से जा रही 20 साल की एक युवती नेहा अंजना का गला चीनी मांझे से कट गया, जिसका इस्तेमाल पतंग उड़ाने के लिए किया जा रहा था। यह घटना माधवनगर थाना क्षेत्र के जीरो प्वाइंट पुल पर उस वक्त हुई जब युवती अपनी एक मित्र के साथ स्कूटी से जा रही थी। स्कूटी से जाते समय एक पतंग से जुड़ा चाइनीज मांझा उसके गले से उलझ गया, जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
CM ने जताई थी कड़ी नाराजगी
इस मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर सवाल उठा कि आखिर बैन के बावजूद चीनी मांझे बाजार में बिक कैसे रहे हैं। इसे लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नाराजगी जताई और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
इस मामले में तफ्तीश के बाद प्रशासन का गुस्सा अब दुकानदार पर फूटा है, जो रोक के बावजूद चीनी मांझा बेच रहा था। घटना को लेकर लोगों में भारी नाराजगी के बीच रविवार को प्रशासनिक अमला दुकानदार के घर पहुंचा और हथौड़े से कई जगह उसके मकान को तोड़ दिया, जहां से वह ऐसे सामनों की बिक्री भी कर रहा था। प्रशासन को यहां पतंग विक्रेता द्वारा चाइना डोर बेचे जाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद इस मामले में कार्रवाई की गई है। हालांकि नगर निगम का कहना है कि यह कार्रवाई अवैध निर्माण को लेकर की गई है।
क्या होता है चीनी मांझा?
यहां गौर हो कि चीनी मांझा नायलॉन और कांच पाउडर को मिलाकर तैयार होता है। देखने में यह प्लास्टिक जैसा लगता है और स्ट्रेचेबल भी होता है। जब इसे खींचा जाता है तो यह टूटने के बजाय और लंबा होता जाता है। यह ब्लेड की तरह पैना होता है, जिससे गला के साथ-साथ शरीर के किसी भी अंग के कटने का जोखिम बना रहता है। यही वजह है कि इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन ये आज भी बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहे हैं।