मुंबई : महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बीच आज (सोमवार, 16 नवंबर) से सभी धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं। राज्य सरकार ने बीते सप्ताह इस बारे में आदेश जारी किया था, जिसके बाद आज से मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारों समेत सभी धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है। हालांकि इसके लिए सरकार की ओर से कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिनका लोगों को सख्ती से पालन करना होगा।
महाराष्ट्र में धार्मिक स्थल मार्च में घोषित लॉकडाउन के बाद से ही बंद पड़े हैं। हालांकि देशभर में अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अगस्त में ही धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति केंद्र सरकार ने दे दी थी, लेकिन इस बारे में फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा गया। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने से मना कर दिया था, जिसे अब खोला जा रहा है।
धार्मिक स्थलों के लिए गाइडलाइंस
सरकारी आदेश के तहत सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबा देवी मंदिर, साईं बाबा मंदिर सहित तमाम धार्मिक स्थल आज से खुल जाएंगे। यहां आज से धार्मिक स्थल खुलने के मद्देनजर सरकार ने कुछ गाइडलाइंस भी जारी किए हैं, जो इस प्रकार हैं :
- मंदिर में दर्शन एवं पूजन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा
- मंदिर में स्थापित मूर्तियों को और वहां रखे धार्मिक ग्रंथों, किताबों या किसी भी अन्य चीज को छूने की मनाही होगी
- विभिन्न धार्मिक स्थलों पर सरोवर, कुंड, नदी या किसी भी अन्य प्रकार के धार्मिक जल में डुबकी लगाने पर प्रतिबंधित होगा
- मंदिर में प्रसाद बांटने और छूने की भी मनाही होगी
- मंदिर में बैठकर पूजा करने वालों को अपनी आसनी, चटाई या कपड़ा ले जाना होगा
- धार्मिक स्थलों पर सामूहिक भजन-कीर्तन नहीं किया जा सकेगा।
- धार्मिक स्थलों पर 65 साल से अधिक की उम्र के लोगों और 10 साल से कम उम्र के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का प्रवेश वर्जित होगा।
- धार्मिक स्थलों पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगा और वहां पहुंचने वालों को पहले अपने हाथों को सैनिटाइज करना होगा
- श्रद्धालुओं को न केवल 6 फीट की दूरी का ख्याल रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा
- धार्मिक स्थलों पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मास्क लगाना होगा या कपड़े से मुंह ढकना होगा
खूब हुआ सियासी बवाल
यहां उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला राजनीतिक रूप से सुर्खियों रहा। राज्य में संक्रमण का हवाला देते हुए जब सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने से मना कर दिया था तो बीजेपी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए सांकेतिक भूख हड़ताल भी की थी। इस सिलसिले में राज्यपाल के एक पत्र को लेकर भी बवाल भी हुआ था, जिसमें मुख्यमंत्री के हिंदुत्व पर सवाल उठाते हुए कहा था, 'क्या आप अचानक से सेक्युलर हो गए?' इस पर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी जवाब दिया गया, जिसमें उद्धव ठाकरे के हवाले से कहा गया, 'हिंदुत्व के लिए मुझे आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।'
वहीं, अब जब महाराष्ट्र में एहतियाती कदम उठाते हुए धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि यह फैसला किसी की जीत या हार नहीं है। बीजेपी पर पलटवार करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर ही उपासना स्थलों को बंद किया गया था। महाराष्ट्र सरकार ने आने वाले दिनों में यहां स्कूलों को खोलने पर विचार करने की बात भी कही है।