- बाहर हो रहा था प्रदर्शन, लग रहे थे नारे
- किसकी आवाज अधिक तेज...इस होड़ में बढ़ा बवाल
- आपस में उलझे माननीय, गालियां भी दीं
Maharashtra Assembly Scuffle: महाराष्ट्र में बुधवार (24 अगस्त, 2022) को विधानसभा परिसर में महाभारत जैसे हालात नजर आए। सुबह विस के बाहर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के विधायकों बीच जोरदार झड़प हो गई। दोनों पक्षों के बीच इस दौरान धक्का-मुक्की, गाली-गलौज और मारपीट भी हुई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, विपक्ष की नारेबाजी के बाद विधायक भड़क उठे थे, जिसके बाद स्थिति हाथ के बाहर हो गई थी।
दरअसल, सीएम शिंदे गुट और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) वालों की ओर से सुबह विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। ये सभी लोग सूबे में पिछली महाविकास अघाड़ी सरकार (एनसीपी + शिवसेना + कांग्रेस का गठबंधन) के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
वे इस दौरान घोटालों का भी जिक्र कर रहे थे। इसी बीच, महाविकास अघाड़ी के कुछ विधायक वहां पहुंचे और वे अपनी ओर से घोषणाएं और नारेबाजी करने लगे। इस बीच, किस गुट की आवाज तेज है...इसी चक्कर में दोनों गुट आमने सामने आ गए और हालात बेकाबू हो गए।
हंगामे के बीच गार्ड्स को देनी पड़ी दखल
बताया गया कि हालात संभालने के लिए आसपास तैनात सुरक्षा कर्मियों को वहां आना पड़ा। लेकिन उन्हें उलझे हुए विधायकों को अलग-थलग करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। वहां इस दौरान काफी हल्ला-चिल्ली होने लगी थी।
'BJP की डरपोक मानसिकता लोग समझ चुके'
महाराष्ट्र कांग्रेस के चीफ और पार्टी में सीनियर नेता नाना पटोले ने इस बाबत समाचार एजेंसी एएनआई को इस बारे में बताया कि बीजेपी की डरपोक मानसिकता देश की जनता को समझ में आ चुकी है। महंगाई के बारे में वह बोलेंगे नहीं। वह प्रधानमंत्री मोदी का 'म' बोल सकते हैं, पर महंगाई का 'म' नहीं बोलेंगे।
'15 साल में पहली बार देखी ऐसी नौबत'
शिंदे गुट के विधायक प्रताप सरनाइक ने बताया- पिछले 15 साल से इस सदन का सदस्य हूं, पर पहले ऐसा कभी नहीं देखा। आज शिवसेना-भाजपा के कुछ विधायक आंदोलन की भूमिका में थे। हमारे ऊपर आरोप लगाया जा रहा था वह सरासर गलत है। साथ ही हमारे ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, तब महाराष्ट्र में जब आपकी सत्ता थी तो जब आपने भ्रष्टाचार किया तो उसके लिए सारे हमारे लोग लगा रहे थे। जो हुआ, वह विस के प्रांगण में होना गलत है।