- कोरोना के मामलों को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने की सर्वदलीय बैठक
- बैठक में बोले उद्धव ठाकरे- अब लॉकडाउन के अलावा नहीं बचा है कोई और विकल्प
- पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने किया लॉकडाउन लगाने का विरोध
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है और हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं। बीते चौबीस घंटे के दौरान नागपुर में रिकॉर्ड 5131 नए मामले सामने आए हैं जबकि 65 लोगों की मौत हुई है। लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई और कई मामलों पर चर्चा की। बैठक में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे।
तो लगेगा लॉकडाउन
इस दौरान पूर्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, दिलीप वलसे पाटिल, राजेश टोपे, नाना पटोले, प्रवीण दरेकर भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हालात विकट होते जा रहे हैं और सबको मिलकर कोई फैसला लेना होगा। लॉकडाउन की वकालत करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि लॉकडाउन लगता है तो महीने भर में हालात नियंत्रण में आ जाएंगे वरना अगले 10 दिनों के भीतर हालात और खराब हो सकते हैं।
फडणवीस ने किया विरोध
सीएम ठाकरे ने कहा कि अब कठिन फैसले लेना का समय आ गया है क्योंकि इसके अलावा और कोई विकल्प बचा नहीं है। उद्धव के लॉकडाउन की बात पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'जनता और व्यापारियों की भावना का ध्यान रखना पड़ेगा पिछला साल लोगों का खराब हुआ है। अब तक लोग बिजली का बिल तक नही भर पाये हैं। लोग कैसे जीवन यापन करेंगे और कारोबारी कैसे व्यापार करेंगे। पिछले साल का बिल लोगों से भरा नहीं गया। लोगों को आर्थिक पैकेज देना चाहिए।'
इससे पहले टीके की किल्लत के कारण महाराष्ट्र में टीकाकरण अभियान प्रभावित होने संबंधी खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को कहा कि राज्य को अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 1.10 करोड़ खुराकें मिल चुकी हैं। जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र के अलावा गुजरात और राजस्थान दो ऐसे राज्य हैं जिन्हें एक करोड़ से ज्यादा खुराकें मिली हैं।