नासिक : देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बिगड़ते हालात में ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है। जगह-जगह ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चत की जा रही है, ताकि लोगों की जान बचाई जा सके। इन सबके बीच नासिक से बड़ी घटना सामने आई है, जहां एक ऑक्सीजन टैंकर लीक हो गया। टैंकर लीक के कारण ऑक्सीजन सप्लाई रुक गई, जिसके कारण 22 लोगों की जान चली गई। नासिक के डीएम ने अब तक 22 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
यह घटना नासिक में डॉ. जाकिर हुसैन अस्पताल में हुई। अचानक टैंकर में लीक होने लगा, जिसके कारण ऑक्सीजन तेजी से निकलने लगा। इस घटना के बाद यहां ऑक्सीजन सप्लाई करीब आधे घंटे के लिए रोकनी पड़ी, जबकि अस्पताल में बहुत से मरीजों को तत्काली ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता थी। अस्पताल में 171 मरीज भर्ती थे।
टैंकर में रिसाव के चलते ऑक्सीजन देखते ही देखते पूरे इलाके में फैल गई। बताया जा रहा है कि अस्पताल में 25 मरीजों का इलाज वेंटिलेटर पर चल रहा, जबकि 60 से अधिक मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही थी। कई मरीजों का हालत गंभीर बनी हुई है।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगणे ने घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए कहा, 'हमने विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जो भी घटना के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।'
वहीं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'नासिक में टैंकर के वाल्व लीकेज के चलते बड़े स्तर पर ऑक्सीजन का रिसाव हुआ है। जिस अस्पताल के लिए यह जा रहा था, वहां निश्चित रूप से इसका असर हुआ होगा। लेकिन मुझे अभी और जानकारी जुटाना बाकी है। हम और जानकारी जुटाने के बाद प्रेस नोट जारी करेंगे।'
हादसे पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक रिसाव की वजह से हादसा दिल दहला देने वाला है। उससे होने वाले जानमाल के नुकसान से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना है।'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की तरफ से कहा गया है, 'मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। नासिक की घटना की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है।'