नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून का देश के अलग अलग हिस्सों में विरोध और प्रदर्शन हो रहा है। इन सबके बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की तरफ से रायगढ़ जिले के पनवेल में पोस्टर लगा है जिसमें कहा गया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को स्वेच्छा से देश छोड़ देना चाहिए। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो एमएनएस अपनी स्टाइल में उन्हें बाहर कर देगी। इस पोस्टर में राज ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे की भी तस्वीर है।
एमएनएस का कहना है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर उसका रुख पहले से साफ रहा है। अगर मुंबई की बात करें तो देश की आर्थिक राजधानी अपने लोगों के बोझ को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। ऐसे में बाहरी लोगों को हम क्यों खिलाने पिलाने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही इन घुसपैठियों की वजह से मुंबई और महाराष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था भी खतरे में है।
अब सवाल ये है कि एमएनए स्टाइल क्या है। बता दें कि जब बाला साहेब ठाकरे के भतीजे राज ठाकरे ने शिवसेना को गुड बाय कहा तो उनके सामने चुनौती थी कि उनका आगे का रास्ता क्या होगा। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना पार्टी का गठन किया और उसी एजेंडे पर चलने का फैसला किया जिस पर शिवसेना 60 के दशक में महाराष्ट्र में अपना प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश कर रही थी। एमएनएस ने अपने गठन के बाद पर प्रांतियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया था। एमएनएस के निशाने पर यूपी और बिहार के लोग आ गए। लेकिन जिस तरह से इस विरोध का आगाज हुआ वो समय के साथ साथ कमजोर पड़ता गया।