नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पालघर के एक गांव में 17 अप्रैल को चोरी के संदेह पर ग्रामीणों ने 3 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, और 110 को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 101 को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और 9 नाबालिगों को एक किशोर आश्रय गृह में भेजा गया है।
पालघर के जिला मजिस्ट्रेट कैलाश शिंदे ने बताया, 'घटना से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें यह देखा जा सकता है कि ग्रामीणों ने मृतक की कार को लाठी, पत्थर और अन्य वस्तुओं से क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची लेकिन फिर भी ग्रामीणों ने तीन लोगों पर हमला जारी रखा। तीनों को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जांच चल रही है। घटना में हमारे पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।'
वीडियो में देखा जा सकता है कि गढछीनछाले गांव के लोग लाठी और पत्थरों से लैस हैं और वे नियंत्रण से बाहर होकर पुलिस टीम पर हमला करते हैं। मृतक में एक 70 साल का बुजुर्ग भी था। मारे गए लोगों में से दो साधु हैं, तीसरा उस कार का ड्राइवर था, जिसमें वे यात्रा कर रहे थे। वीडियो बहुत ही भयावह है, भीड़ बुरी तरह से बुजुर्ग पर लाठी-डंडों से हमला करती है।
इस घटना पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'ये मॉब लिंचिंग की घटना बहुत गंभीर है। जिस क्रूरता से उन्हें मारा गया, ये मानवता को शर्मसार करती है। उन्हें पुलिस के सामने मारा गया। पुलिस कार्रवाई भी नहीं करती, इससे ज्यादा क्या शर्मसार होगा। महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था लचर हो गई है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए।'
शिंदे ने कहा, 'पुलिस मौके पर पहुंची और जब पीड़ितों को पुलिस की गाड़ी में डाला, तो भीड़ ने उन पर फिर से हमला किया। अधिकारी उन्हें अस्पताल लाने में कामयाब रहे, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। हम घटना की जांच कर रहे हैं। मैं सभी से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील करना चाहता हूं। कोई आपके गांव से चोरी करने या आपके बच्चे की किडनी लेने नहीं आ रहा है। ग्रामीणों ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है और हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।'
घटना पर मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया, 'पालघर की घटना पर कार्रवाई की गई है। पुलिस ने उन सभी आरोपियों को अपराध के दिन ही गिरफ्तार किया जिन्होंने 2 साधुओं, 1 ड्राइवर और पुलिस कर्मियों पर हमला किया था।'
मारे गए तीनों लोगों की पहचान सुशील गिरी महाराज (35), नीलेश तेलगने (35) और चिकाने महाराज कल्पवृक्षगिरी (70) के रूप में हुई है। वे एक आम परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सूरत की ओर जा रहे थे। पालघर जिले के भीतरी इलाके में स्थित कासा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।