- बदायूं कांड: सामूहिक बलात्कार का मुख्य आरोपी मंहत गिरफ्तार
- महंत सत्य नारायण को उसके एक अनुयायी के घर से किया गया गिरफ्तार
- सरकार ने आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए थे
बदायूं: उत्तर प्रदेश के बंदायू में महिला के साथ गैंगरेप और जघन्य तरीके से हत्या करने के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को यूपी पुलिस ने गुरुवार रात को गिरफ्तार कर लिया है। मंहत पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। जिस मंहत को खोजने के लिए यूपी पुलिस दर-दर भटक रही थी वह कहीं और नहीं बल्कि घटना वाले उघैती पुलिस थाना क्षेत्र के गांव में ही अपने एक अनुयायी के यहां छिपा हुआ था। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
दो आरोपी पहले ही अरेस्ट
तीन जनवरी को हुई इस जघन्य वारदात के बाद से ही मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था और पुलिस की चार टीमें उसकी तलाश के लिए लगातार दबिशें दे रही थी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। लेकिन पुलिस के खुफिया सूचना तंत्र की वजह से वह ज्यादा देर तक पुलिस को धोखा नहीं दे सका और अनंत: पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस मामले के दो अन्य आरोपियों- जसपाल तथा वेदराम को पुलिस पहले ही अरेस्ट कर चुकी है।
आरोपियों ने की थी दरिंदगी
आपको बता दें कि बीते रविवार को बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव के धार्मिक स्थल में पूजा करने गई महिला के साथ आरोपितों ने हैवानियत की हद पार कर दी थी। उसी रात 11 बजे धर्म स्थल की देखरेख करने वाला अपने दो साथियों के साथ बोलेरो से महिला का खून से लथपथ शव लेकर घर पहुंचा। जब तक परिजन बाहर आते, वे शव घर के बाहर फेंककर फरार हो गए। हालांकि, इस दौरान महिला के बच्चों ने तीनों को पहचान लिया। इसके बाद मंगलवार को जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमें आरोपियों की दरिंदगी सामने आते ही अधिकारियों के होश उड़ गए।
SHO सस्पेंड, योगी ने लिया संज्ञान
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, महिला के साथ न सिर्फ गैंगरेप की पुष्टि हुई है बल्कि उसके साथ बर्बरता की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान और शरीर पर भी वार की बात सामने आई है। इसी के बाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया था। दरिंदगी के बाद हत्या की घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए एडीजी जोन बरेली से रिपोर्ट मांगी और निर्देश दिया है कि यदि एसटीएफ को भी लगाना पड़े तो लगाकर जल्द घटना की जांच की जाए और मामले की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश भी दिए। इतना ही नहीं आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे।