कोलकाता : पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अभियान आगे बढ़ रहा है, सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज होता जा रहा है। यहां तक कि नेताओं के खिलाफ निजी हमले भी हो रहे हैं, जो राजनीति में सियासी बयानबाजियों के गिरते स्तर को दर्शाते हैं। अभी कुछ ही दिनों पहले बीजेपी नेता दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पैरों में लगी चोट को लेकर तंज करते हुए उन्हें 'बरमूडा' पहनने की सलाह दे डाली थी तो अब खुद सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उपहास उड़ाने वाला बयान दिया है।
ममता बनर्जी इन दिनों व्हील चेयर पर बैठकर जनसभाएं कर रही हैं और इस दौरान बीजेपी पर तीखे हमले कर रही हैं। शुक्रवार को भी एक जनसभा के दौरान उनका यही रूप देखने को मिला, जब उन्होंने प्रधानमंत्री की दाढ़ी को लेकर टिप्पणी की। इससे पहले वह बीजेपी को 'राक्षसों, रावण, दुर्योधन, दु:शासन' की पार्टी करार दे चुकी हैं। सीएम ने कहा, 'देश का औद्योगिक विकास लगातार नीचे गिर रहा है, केवल एक चीज है जो बढ़ रही है और वह है प्रधानमंत्री की दाढ़ी।'
उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, 'कभी-कभी वह खुद को स्वामी विवेकानंद कहते हैं और कभी-कभी अपने नाम पर स्टेडियम का नाम बदल देते हैं। उनके दिमाग में कुछ गड़बड़ है। ऐसा लगता है कि उनका पेंच ढीला है।'
पहले भी सामने आ चुकी हैं ऐसी टिप्पणियां
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब सियासत में इस तरह की बयानबाजी देखने को मिल रही है। इससे पहले बीते सप्ताह भी पश्चिम बंगाल के नंदकुमार क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि अपने लंबे राजनीतिक करियर में वह सात बार सांसद रहीं, पर उन्होंने ऐसा पीएम नहीं देखा। बीजेपी को 'भारतीय जोघोन्नो (खराब) पार्टी' करार देते हुए सीएम ने कहा था, 'मैं सात बार लोकसभा सांसद रही। मैंने कई प्रधानमंत्री देखे हैं, लेकिन ऐसा निर्दयी, क्रूर पीएम कभी नहीं देखा। बीजेपी राक्षसों, रावण, दुर्योधन, दुशासन, अशांति और आतंक की पार्टी है।'
वहीं, सियासत में बयानबाजी के गिरते स्तर की बात करें तो इस संबंध में पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रमुख दिलीप घोष पुरुलिया में मंगलवार को एक रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी के पैरों में लगी चोट को लेकर तंज करते हुए कहा था कि अगर वह अपने पैर की चोट हर किसी को दिखाना चाहती हैं तो उन्हें बरमूडा पहनना चाहिए।