- कोरोना वारयरस को लेकर लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है
- ममता बनर्जी ने इसे लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है
- उन्होंने इसे दिल्ली हिंसा से ध्यान भटकाने की साजिश बताया
कोलकाता : चीन में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है, जिसे लेकर लोगों में खौफ बढ़ गया है। देश में अब तक इस संक्रामक वायरस से 28 लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आई है, जबकि दुनियाभर में इसकी चपेट में आकर 3,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि कोरोना वायस को लेकर देश में जानबूझकर डर का माहौल बनाया जा रहा है, ताकि दिल्ली में हुई हिंसा से ध्यान भटकाया जा सके।
सरकार ने उठाए ये कदम
ममता की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जबकि केंद्र सरकार ने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को तमाम एहतियात बरतने की सलाह दी है और कुछ यात्रा परामर्श भी जारी किए हैं। केंद्र सरकार का स्वास्थ्य विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अस्पतालों में इलाज की मुकम्मल व्यवस्था किए जाने की बात कही जा रही है। इसे लेकर बैठकों का दौर भी जारी है और पीएम नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह भी कह चुके हैं कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए वे किसी होली मिलन समारोहों में हिस्सा नहीं लेंगे। इसके जरिये उन्होंने लोगों को एक जगह एकत्र होने से बचने की सलाह दी है।
'दिल्ली हिंसा पर पर्दा डालने का प्रयास'
कोरोना वायरस को लेकर जारी इस हलचल के बीच अब बुधवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए इस वायरस को लेकर डर पैदा कर रही है। इस क्रम में उन्होंने कुछ चैनलों को भी आड़े हाथों लिया, जिन पर कोरोना वायरस की खबरों को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'आज कुछ लोग कोरोना, कोरोना चिल्ला रहे हैं। हां यह खतरनाक बीमारी है, लेकिन इसे लेकर डरने की कोई जरूरत है। कुछ चैनल इस पर बढ़ा-चढ़ाकर रिपोर्ट कर रहे हैं और इसकी आड़ में दिल्ली हिंसा की घटना पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।'
'बीजेपी ने कई परिवारों को तबाह किया'
कोरोना वायरस को वैश्विक चिंता करार देते हुए उन्होंने कहा, 'दिल्ली हिंसा में जिन लोगों की मौत हुई है, वे कोरोना वारयरस से नहीं मरे हैं। उन्हें बीजेपी ने मारा है। अगर ये लोग कोरोना वायरस से मरे होते तो हम समझ सकते थे कि वे एक ऐसी बीमारी से मरे हैं, जिनका इलाज अभी उपलब्ध नहीं है। लेकिन अच्छे-खासे लोगों को निर्ममतापूर्वक मार दिया गया। जिंदगियां छीन ली गईं। बीजेपी ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। लेकिन उनका अहंकार देखिये, उन्होंने इसके लिए माफी तक नहीं मांगी।'
ममता ने बीजेपी को चेताया
वह दक्षिण दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर में एक रैली को संबोधित कर रही थीं, जब उन्होंने बीजेपी के कई नेताओं व समर्थकों द्वारा पिछले दिनों 'गोली मारो...' के विवादित नारे लगाए जाने को लेकर भी उन्हें चेतावनी दी और कहा, 'वे कहते हैं गोली मारो, मैं उन्हें चेतावनी देती हूं, वे बंगाल और यूपी को एक जैसा न समझें।' यहां उल्लेखनीय है कि यह नारा रविवार को कोलकाता में भी गूंजा था, जब शहीद मीनार मैदान में आयोजित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में जाते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने पार्टी का झंडा लहराते हुए यह नारा लगाया था।
पश्चिम बंगाल में भी लग चुका है विवादित नारा
विवादित नारेबाजी को लेकर जहां तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, वहीं इस मामले ने सियासी रंग भी ले लिया है। बीजेपी ने जहां इस घटना में अपने कार्यकर्ताओं की संलिप्तता से इनकार करते हुए इसे तृणमूल कांग्रेस की कारस्तानी बताया था, वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी यह कहकर विवाद पैदा कर दिया कि ऐसी नारेबाजी को बहुत महत्व नहीं दिया जाना चाहिए और मीडिया को भी रिपोर्टिंग में समझदारी निभानी चाहिए।