- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर लगााया बड़ा आरोप
- ममता का दावा- अमित शाह के आदिवासी परिवार के यहां भोजन करना था दिखावा, होटल से आया था खाना
- कुछ दिन पहले बंगाल दौरे के दौरान अमित शाह ने खाया था आदिवासी परिवार के यहां खाना
बांकुड़ा (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर टीएमसी और बीजेपी में जुबानी जंग तेज हो गई है। बीजेपी राज्य में 200 प्लस के नारे के साथ मैदान में है और लगातार उसके शीर्ष नेता राज्य का दौरा कर रहे हैं। बीेजेपी का आक्रामक चुनाव प्रचार की वजह से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस बीच मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का हाल में दोपहर के भोज के लिए एक आदिवासी शख्स के घर जाना ‘दिखावा’ था और उन्होंने दावा किया कि भाजपा नेता को परोसे गये खाद्य पदार्थ पांच सितारा होटलों में पका था।
पांच सितारा होटल से आया था खाना
राज्य के बांकुड़ा में एक कार्यक्रम के दौरान बनर्जी ने एक आदिवासी शिकारी की मूर्ति को कथित रूप से गलती से स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की समझ लेने के लिए शाह पर प्रहार किया और कहा कि उनकी सरकार मुंडा की जयंती पर छुट्टी की घोषणा करेगी। ममता बनर्जी ने कहा, ‘कुछ दिन पहले, हमारे माननीय गृह मंत्री यहां आए थे, जो दिखावा था। बासमती चावल, पोस्तोर बोरा जैसी खाने की चीज़ें पांच सितारा होटलों में बनी थीं, जिन्हें दलित के घर ले जाया गया था। बाहर से एक ब्राह्मण को भी बुलाया गया था।’
अमित शाह ने किया था आदिवासी परिवार के यहां भोजन
दरअसल इसी महीने की शुरूआत में गृह मंत्री अमित शाह ने 2021 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए पश्चिम बंगाल का दो दिवसीय दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने मटुआ समुदाय के एक आदिवासी परिवार के साथ भोजन किया। अमित शाह के इसी भोजन पर टिप्पणी करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि खाना खान से पहले परिवार के सदस्यों को सब्जियां काटते हुए दिखाया गया था लेकिन खाना बनाने के लिए असल में उनमें से किसी सामान का इस्तेमाल नहीं किया गया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि शाह की यात्रा से पहले घर को साफ किया गया था और उस पर नई पुताई भी कराई गई थी।
फिर दिलाई ईश्वर चंद्र विद्यासागर की याद
केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा बिरसा मुंडा की मूर्ति के तौर पर एक आदिवासी शिकारी की मूर्ति को माला पहनाने के संबंध में बनर्जी ने कहा कि ऐसी चीजों को सहन नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मई 2019 में शाह की रैली के दौरान ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़े जाने का भी हवाला दिया और कहा कि यह ‘‘अपमान’’ है। बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्होंने (शाह) ने एक ऐसी प्रतिमा को माला पहना दी, जो बिरसा मुंडा की नहीं थी। बाद में, मैंने सुना कि लोग कह रहे थे कि यह एक शिकारी की प्रतिमा है। आप इस तरह से हमारा अपमान नहीं कर सकते हैं।’