- नंदीग्राम नतीजों के संबंध में कोलकाता हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है
- ममता बनर्जी को मौजूदा बेंच की निष्पक्षता पर शक
- जस्टिक कौशिक चंदा को लेकर डेरेक वो ब्रायन पहले ही साध चुका है निशाना
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी जनता की अदालत में चुनाव हार गई थीं। उनके कभी सिपहसालार रहे शुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम से मात दी। ये बात अलग है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी का आरोप है केंद्र सरकार के इशारे पर उन्हें हराया गया और इस तरह से उस हार के खिलाफ उन्होंने कोलकाता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। लेकिन अब उन्हें बेंच को लेकर ऐतराज है। टीएमसी को जस्टिस कौशिक चंदा के नाम पर आपत्ति है और उनकी अगुवाई वाली बेंच में वो अपने केस की सुनवाई नहीं चाहती हैं।
टीएमसी को जस्टिस कौशिक चंदा की निष्पक्षता पर शक
टीएमसी को शक है कि कोलकाता हाईकोर्ट की जिस बेंच में उनका मामला चल रहा है उससे उन्हें न्याय नहीं मिलेगा और केस को दूसरी बेंच में ट्रासफर कर देना चाहिए। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए बताया था कि आप देख सकते हैं जस्टिस कौशिश चंदा किसके साथ मंच साझा कर रहे हैं क्या आप इनसे न्याय की उम्मीद कर सकते हैं।
चुनावी याचिका को दूसरी बेंच में भेजने की अर्जी
याचिका मामले को दूसरी पीठ को स्थानांतरित करने की प्रार्थना करती हैवर्तमान पीठ के समक्ष उचित न्याय नहीं मिलेगा"सीएम ममता बनर्जी के वकील ने अहम नंदीग्राम चुनाव याचिका पर सुनवाई से कुछ ही घंटे पहले मामले को जस्टिस कौशिक चंदा की अदालत से दूसरी पीठ को स्थानांतरित करने के लिए एक नई याचिका दायर की है।आवेदन संख्या जीए 1/2021 सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है।
टीएमसी समर्थक कर चुके हैं हंगामा
इस नई याचिका में सीएम बनर्जी ने दलील दी कि उन्हें आशंका है कि इस बेंच से उन्हें उचित न्याय नहीं मिलेगा।याचिका में इस बेंच से केस ट्रांसफर करने की गुहार लगाई गई है इससे पहले उनके वकील ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के सचिव को भी लिखा है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मामला गुरुवार 11 बजे के लिए सूचीबद्ध है। बता दें कि पिछली सुनवाई के दौरान टीएमसी से जुड़े वकीलों ने अदालत में जबरदस्त हंगामा किया था।