लखनऊ : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को लखनऊ में कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान एक शख्स उनके पास दौड़ता हुआ आया। वो शख्स मंच पर उनके पास तक पहुंच गया। हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। लेकिन प्रियंका ने अपने सुरक्षाकर्मियों से उसे छोड़ने को कहा और उन्होंने इसके बाद उस शख्स की बात को सुना। वो काफी देर तक उनसे अपनी बात करता रहा और वो सुनती रहीं।
इसके बाद वो शख्स प्रियंका से हाथ मिलाकर मंच से उतर गया और अपनी जगह पर जाकर बैठ गया।
यहां अपने संबोधन में उन्होंने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारों को घेरा। उन्होंने कहा, 'जो देशभर में एनआरसी की चर्चा फैलाते हैं, आज कहते हैं कि चर्चा ही नहीं हुई। ये देश आपको पहचान रहा है, आपकी कायरता को पहचान रहा है और आपके झूठों से उब चुका है।'
प्रियंका ने यहां अन्य विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'राज्य के अन्य विपक्षी दल बहुत कुछ नहीं बोल रहे हैं। लेकिन जैसा कि मैंने कहा, हम डरने वाले नहीं हैं और अगर हम अकेले चलना हैं तो भी आवाज उठाते रहें। हमें अकेले ही विधानसभा चुनाव में जाने के लिए तैयार रहना होगा।'
कांग्रेस महासचिव लगातार मुखर होकर बीजेपी सरकार को घेरने में लगी हुई हैं। गुरुवार को उन्होंने ट्वीट किया, 'क्रोनोलोजी समझिए आप। पहले वो आपसे दो करोड़ नौकरियां का वादा करेंगे। फिर वो सरकार बनाएंगे। फिर वो आपकी यूनिवर्सिटीज बर्बाद करेंगे। फिर वो देश का संविधान बर्बाद करेंगे। फिर आप प्रोटेस्ट करेंगे। फिर वो आपको “फूल” बोलेंगे। लेकिन यंगिस्तान मैदान में डटा रहेगा।'
शनिवार को उन्होंने उस वीडियो को भी ट्वीट किया जिसमें मेरठ एसपी प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की बात कह रहे हैं। प्रियंका ने कहा, 'भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है।'