बीजेपी ने बिप्लब कुमार देब की जगह माणिक साहा को त्रिपुरा का नया मुख्यमंत्री बनाया है। त्रिपुरा सरकार ने कहा कि त्रिपुरा के राज्यपाल द्वारा नए मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण समारोह रविवार सुबह 11:30 बजे राजभवन, अगरतला में होगा। बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ घंट के भीतर ही पार्टी की राज्य विधायक दल ने माणिक साहा को अपना नया नेता चुन लिया। बीजेपी ने त्रिपुरा में परोक्ष तौर पर सत्ता विरोधी लहर से पार पाने और पार्टी पदाधिकारियों के भीतर किसी भी तरह के असंतोष को दूर करने के एक प्रयास के तहत राज्य विधानसभा चुनाव में एक नये चेहरे के साथ उतरने की अपनी रणनीति अपनाई जो पूर्व में भी सफल रही है।
उत्तराखंड में चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बदलने का दांव सफल रहने के मद्देनजर बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने त्रिपुरा में भी इसी तरह के बदलाव का विकल्प चुना, जहां अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं। बीजेपी ने 2019 के बाद से गुजरात और कर्नाटक समेत 5 मुख्यमंत्रियों को बदला है।
कौन हैं माणिक साहा? बनेंगे त्रिपुरा के नए CM, इनका पटना और लखनऊ से भी रहा है नाता
साहा पूर्वोत्तर से कांग्रेस के ऐसे चौथे पूर्व नेता हैं जो बीजेपी में शामिल होने के बाद क्षेत्र में मुख्यमंत्री बनेंगे। यह इसका स्पष्ट संकेत है कि किसी भी नेता का चुनाव-संबंधी मूल्य पार्टी के लिए सर्वोपरि है। असम के हिमंत बिस्व सरमा, अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू और मणिपुर में एन बीरेन सिंह अन्य मुख्यमंत्री हैं जो पहले कांग्रेस में थे।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने दिया इस्तीफा
विपक्ष ने हालांकि बीजेपी पर अपने मुख्यमंत्रियों को हटाने के लिए निशाना साधा है, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि ये परिवर्तन पार्टी नेतृत्व के जमीनी स्थिति के विश्लेषण और उसके अनुसार कदम उठाने की उसकी तत्परता को रेखांकित करते हैं। बीजेपी के एक नेता ने कहा कि पिछले दो-तीन वर्षों में मुख्यमंत्रियों को बदले जाने के पीछे मोटे तौर पर तीन कारक रहे हैं। ये हैं। जमीन पर काम, संगठन को अच्छी स्थिति में रखना और नेता की लोकप्रियता।