- नोनी जिले में भूस्खलन के बाद कम से कम 14 लोगों की मौत
- 60 लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका
- रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Manipur Landslide: मणिपुर के नोनी जिले में बुधवार को एक रेलवे निर्माण स्थल पर आए भारी भूस्खलन के बाद कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक के मलबे में दबे होने की आशंका है। मलबे में दबे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। डीजीपी पी डौंगेल ने कहा कि मलबे से 23 लोगों को निकाला गया, जिनमें से 14 की मौत हो गई। अधिक की तलाश की जा रही है। कितने लोग दबे हुए हैं इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन 60 से अधिक के दबे होने की आशंका है, जिसमें ग्रामीण, सेना और रेलवे कर्मी और मजदूर शामिल हैं।
भूस्खलन के बाद कम से कम 14 लोगों की मौत
घटना बुधवार रात टुपुल यार्ड रेलवे कंस्ट्रक्शन कैंप में हुई। बारिश और दूसरे कारणों से आपदा मोचन कर्मियों को खोज एवं बचाव अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सेना ने एक बयान में कहा कि असम राइफल्स और टेरिटोरियल आर्मी के जवानों ने खराब मौसम के बावजूद टुपुल रेलवे स्टेशन के सामान्य इलाके में दिन भर बचाव अभियान चलाया।
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पीएम मोदी ने मणिपुर के सीएम को हरसंभव समर्थन का दिया आश्वासन
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भूस्खलन की स्थिति की समीक्षा की और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के साथ बातचीत में अपनी सरकार से हरसंभव समर्थन का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से बात की और एक दुखद भूस्खलन के कारण स्थिति की समीक्षा की। केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मैं सभी प्रभावितों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।