- लद्दाख में सेना का वाहन खाई में गिरने से सात जवानों की मौत
- 26 सैनिकों का एक दल परतापुर पारगमन शिविर से लेह जिले के तुरतुक से आगे जा रहा था
- कईं अन्य कर्मियों को भी गंभीर चोटें आयीं हैं और उनका इलाज चल रहा है
लद्दाख के तुरतुक सेक्टर में एक वाहन दुर्घटना में भारतीय सेना के 7 जवानों की जान चली गई है, जबकि अन्य को भी गंभीर चोटें आई हैं। घायलों के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं। जिस गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ, उसमें 26 जवान सवार थे। गाड़ी श्योक नदी में गिर गई। कई जवान गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घायल हुए सभी 19 जवानों को चंडीमंदिर कमांड अस्पताल में एयरलिफ्ट किया गया है।
ये हादसा तब हुआ जब 26 सैनिकों का एक दल परतापुर पारगमन शिविर से लेह जिले के तुरतुक से आगे जा रहा था। वाहन सड़क से फिसलकर श्योक नदी में जा गिरा। हादसा थोइस से करीब 25 किलोमीटर दूर सुबह नौ बजे हुआ। बस लगभग 50-60 फीट की गहराई तक गिर गई।
लद्दाख के तुरतुक में हुए हादसे में शहीद हुए भारतीय सेना के सात जवानों में सूबेदार शिंदे विजय राव सरजेराव, नायब सब गुरुदयाल साहू, एमडी सैजल टी, नायक संदीप पाल, जादव प्रशांत शिवाजी और रामानुज कुमार, लांस नायक बप्पादित्य खुटिया शामिल हैं।
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि लद्दाख में हुए बस हादसे से आहत हूं, जिसमें हमने अपने वीर सेना के जवानों को खो दिया है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे। प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने ट्वीट किया कि लद्दाख में श्योक नदी में गाड़ी गिरने से 7 सैनिकों की मृत्यु होने का दुःखद समाचार मिल रहा है। इस पीड़ादायक घड़ी में देश उन सैनिकों के परिवारों के साथ खड़ा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लद्दाख में एक बस त्रासदी के कारण हमारे बहादुर भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से गहरा दुख हुआ है। हम अपने देश के लिए उनकी अनुकरणीय सेवा को कभी नहीं भूलेंगे। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना है। मैंने सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे से बात की है, जिन्होंने मुझे स्थिति से अवगत कराया और घायल सैनिकों की जान बचाने के लिए सेना द्वारा उठाए गए कदमों से अवगत कराया। सेना घायल जवानों की हर संभव मदद कर रही है।