- कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है।
- आम आदमी पार्टी 2014 और 2019 के चुनावों में हरियाणा में चुनावी किस्मत आजमाई थी।
- पंजाब में बड़ी जीत हासिल करने के बाद आम आदमी दूसरे राज्यों में फोकस कर रही है।
नई दिल्ली: पंजाब में बड़ी जीत हासिल करने के बाद अब आम आमदी पार्टी हरियाणा पर फोकस कर रही है। इसके लिए, उसका स्थानीय स्तर पर जनाधार वाले नताओं को पार्टी में शामिल करने पर जोर है। इसी कड़ी में सोमवार को पूर्व सांसद, कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए। तंवर को पार्टी में खुद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शामिल कराया।इस मौके पर केजरीवाल ने कहा कि मुझे भरोसा है कि अशोक तंवर की दूरदृष्टि की मदद से हम हरियाणा में भी बदलाव लाएंगे। मुझे उम्मीद है कि आगामी दिनों में हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी सरकार बनाएगी।
राहुल गांधी के करीबी रहे तंवर
कभी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले तंवर, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति (एचपीसीसी) के पांच साल अध्यक्ष रह चुके हैं। सितंबर 2019 में कुमारी शैलजा को उनके स्थान पर अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया। तंवर हरियाणा के सिरसा से सांसद भी रह चुके हैं। तंवर पिछले साल नंवबर में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। लेकिन अब वहां ज्यादा उम्मीद नहीं देख, उन्होंने तृणमूल से नाता तोड़ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। अब देखना यही है कि तंवर केजरीवाल के गृहराज्य में उनके कितने काम आते हैं। तंवर के अलावा इस मौके पर स्थानीय नेता संदीप भारद्वाज और विकास भारद्वाज और पेशे से पत्रकार शिव कुमार भी पार्टी में शामिल हो गए।
अरविंद केजरीवाल इस बार कर पाएंगे कमाल
ऐसा पहली बार नहीं है जब हरियाणा में अरविंद केजरीवाल चुनाव किस्मत आजमाने की तैयारी में है। उनके गृह राज्य में आम आदमी पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन उन्हें एक भी सीट पर जीत नहीं मिल पाई थी। इसके बाद साल 2019 में पार्टी ने दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन इस बार भी पार्टी को खाता नहीं खुला। इसके बाद 2019 के विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने 40 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा , लेकिन फिर उसका कोई प्रत्याशी नहीं जीत पाया। ऐसे में हरियाणा में पार्टी का प्रदर्शन अभी तक बेहद कमजोर रहा है। लेकिन इस बार पंजाब की जीत और कमजोर होती कांग्रेस के बीच आम आदमी पार्टी नई उम्मीद कर रही है।
इसी कड़ी में भाजपा, कांग्रेस और इनेलो के कई नेता, बीते 14 मार्च को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। न्यूज एजेंसी के अनुसार गुरुग्राम से भाजपा के पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल और पूर्व मंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजेंद्र सिंह, इनेलो के नेता और हरियाणा के पूर्व मंत्री बलबीर सिंह सैनी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। हरियाणा में 2024 में विधानसभा चुनाव होना है।