- 29 अक्टूबर को दिल्ली से आए थे चार लोग, इनमें से दो लोगों ने मंदिर में नमाज पढ़ी
- मंदिर ने चार लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, आरोपी फैजल दिल्ली से गिरफ्तार
- फैजल का जुड़ाव सीएए विरोधी प्रदर्शनों से भी रहा है, उसकी भूमिका की जांच की मांग
मथुरा : नंद बाबा मंदिर के पुजारी ने नमाज पढ़ने की घटना की जांच कराए जाने की मांग की है। पुजारी ने 'नमाज जिहाद' का आरोप लगाया है। गत 29 अक्टूबर को दिल्ली से आए चार लोगों में से दो व्यक्तियों ने मंदिर में दर्शन करने के बाद वहां नमाज पढ़ी। नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल होने के बाद इन युवकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। मामले में पुलिस ने एक आरोपी फैजल खान को गिरफ्तार किया है। मथुरा के एसएसपी (ग्रामीण) शीरिष चंद्रा का कहना है कि आरोपी फैजल को दिल्ली में पकड़ा गया और उससे पूछताछ की जा रही है। मंदिर की तरफ से चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। मंदिर में नमाज पढ़ने की घटना सामने आने पर स्थानीय लोगों में रोष देखा जा रहा है।
मंदिर नमाज विवाद में नया मोड़
मथुरा मंदिर नमाज विवाद मामले में नया मोड़ आ गया है। बताया जा रहा है कि मामले में गिरफ्तार फैजल खान खुदाई खिदमतगार संस्था से जुड़ा है। खान के सीएए विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की बात भी सामने आई है। इस मामले में दूसरी एफआईआर दायर की गई है। शिकायत में कहा गया है कि ऐसा हो सकता है कि फैजल को विदेशी संगठनों से आर्थिक मदद मिलती हो, इसकी जांच होनी चाहिए।
मंदिर की परंपरा के खिलाफ है नमाज पढ़ना'
इस घटना के बारे में मंदिर से जुड़े सुशील गोस्वामी ने कहा, 'मंदिर में नमाज पढ़े जाने की घटना 29 अक्टूबर की है। चार लोग मंदिर आए थे जिनमें दो मुस्लिम युवक फैजल खान और मोहम्मद चांद थे जबकि दो युवकों के नाम नीरज गुप्ता और आलोक रतन हैं। फैजल खान ने बताया कि वह हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों में आस्था रखने वाला बताया। उसने यहां दर्शन करने की बात कही। दर्शन करने के बाद ये दोनों गेट नंबर दो के पास आए और वहां खाली जगह देखकर नमाज पढ़ने की मुद्रा में बैठ गए। सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें देखने के बाद लोगों में आक्रोश है क्योंकि यह मंदिर की परंपरा एवं परंपरा के खिलाफ है।'
दिल्ली से आए थे चार लोग
पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि 29 अक्टूबर के दिन नंदबाबा मंदिर में दो मुस्लिम युवक फैजल खान और चांद मोहम्मद आए। ये दोनों दिल्ली के खुदाई खिदमतगार संस्था के सदस्य हैं। इनके साथ इसी संस्था के आलोक रतन एवं नीलेश गुप्ता भी थे। इन्होंने मंदिर प्रांगण में सेवायतों की बिना अनुमति व जानकारी के नमाज अदा की और नमाज की फोटों खिचवाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया। इससे हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं और आस्था पर चोट पहुंची है। इस घटना से हिंदू समुदाय में रोष व्याप्त है।