- यूक्रेन से लौटे छात्र भारत के कॉलेजों में एडमिशन की मांग कर रहे हैं।
- वे चाहते हैं उनकी बची हुई पढ़ाई भारत में पूरी हो।
- भारत सरकार करीब 18000 भारतीय छात्रों को युद्ध की वजह से यूक्रेन से वापस लायी थी।
भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों ने प्रदर्शन किया और भारतीय मेडिकल विश्वविद्यालयों में एडमिशन की मांग की। प्रदर्शनकारी एक छात्र ने कहा कि हम केवल भारतीय विश्वविद्यालयों, सरकारी या निजी में एडमिशन चाहते हैं। हमारा भविष्य खतरे में पड़ गया है। हम युद्धग्रस्त देश वापस नहीं जा सकते हैं।
यूक्रेन से लौटे छात्र लगातार भारतीय मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन की मांग कर रहे हैं। अप्रैल के महीने में दिल्ली के जंतर मंतर पर कुछ छात्रों और उनके माता-पिता ने प्रदर्शन भारत में एडमिशन की मांग की थी। उनका कहना था कि मोदी सरकार जैसे उनके बच्चों की जान बचाई, उसी तरह उनका करियर भी बचाएं।।
गौर हो कि यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए करीब 18000 भारतीय छात्र रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से वहां के शहरों में फंसे हुए थे। मोदी सरकार ऑपरेशन गंगा चलाकर उन छात्रों को भारत वापस लाई थी। अब छात्रों की चिंता है कि वे छात्र बची हुई पढ़ाई कैसे पूरी करेंगे।
विदेश मंत्री जयशंकर ने लोकसभा में कहा था कि भारत सरकार यूक्रेन से पढ़ाई बीच में छोड़कर लौटे भारतीय छात्रों के भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा था कि यूक्रेन सरकार ने वहां से लौटने को मजबूर हुए भारतीय छात्रों की मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के लिहाज से कुछ छूट देने का फैसला किया है।