- फैयाज ने कहा- वे सरकार के लोगों के पास जब किसी काम के लिए गए उन्होंने मना नहीं किया
- अगर कुछ दिक्कत हुई तो हमारे राज्य में जो हमारे लोग बैठे हैं, जो ब्यूरोक्रेट हैं,उनकी वजह से समस्याएं हुईं
- एमएम फैयाज ने अनुच्छेद 370 और विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद राज्यसभा में जमकर विरोध दर्ज करवाया था
केंद्र की बीजेपी सरकार के कामों को पसंद करने वालों की फेहरिस्त खासी लंबी है वहीं उनकी आलोचना करने वाले भी कम नहीं हैं खासतौर कश्मीर में पीडीपी पार्टी की मुखिया और राज्य की पूर्व सीएम मेहबूबा मुफ्ती को पीएम मोदी की खासी आलोचक रही हैं वहीं अब उनकी ही पार्टी के एक सांसद मीर मोहम्मद फैयाज (MM Fayaz) ने राज्यसभा में अपने विदाई समारोह में मोदी सरकार के कामों की खूब तारीफ की।
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि मैं इस सदन के सभी मेंबर का शुक्रगुजार हूं जिनके साथ मुझे काम करने का मौका मिला, मैंने अपनी शुरुआत म्यूनसिपल कमेटी के वार्ड मेंबर के तौर पर की बाद में मैं म्यूनसिपल कमेटी का चेयरमैन बना, कभी ये नहीं सोचा था कि मैं इस राज्यसभा में पहुंचूंगा 2014 में मुफ्ती मोहम्मद सईद साहब ने मुझे राज्यसभा में भेजा...
अपने विदाई भाषण में मीर मोहम्मद फैयाज ने कहा अपने कार्यकाल में वे सरकार के लोगों के पास जब किसी काम के लिए गए उन्होंने मना नहीं किया, कोई दिक्कत नहीं हुई उन्होंने कहा कि जो हुआ है वह कहना चाहिए। हमारे पीयूष गोयल जी हैं, अरुण जेटली जी थे, नड्डा साहब हैं, जितेंद्र जी हैं, हम जब भी इनके पास गए तो हमारी मांगें पूरी की गईं। अगर कुछ दिक्कत हुई तो हमारे राज्य में जो हमारे लोग बैठे हैं, जो ब्यूरोक्रेट हैं, उनकी वजह से समस्याएं हुईं। हमें यहां से कभी कुछ परेशानी नहीं हुई है।'
गौरतलब है कि एमएम फैयाज वही सांसद हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 (Article 370) और विशेष राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद राज्यसभा में जमकर विरोध दर्ज करवाया था और उन्होंने अपना कुर्ता भी फाड़ लिया था।जम्मू-कश्मीर राज्य धारा 370 हटाने के साथ ही लद्दाख को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था।
मीर मोहम्मद फैयाज ने केंद्र के उज्जवला योजना की तारीफ की उन्होंने कहा कि पहले हमारी महिलाएं जंगल से लकड़ी लाती थीं और आज उनके घरों में गैस है वहीं उन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा वापस दिए जाने की मांग की।