- मेट्रोमैन ई श्रीधरन 21 फरवरी को बीजेपी में होंगे शामिल
- 21 फरवरी को बीजेपी निकाल रही है विजय यात्रा
- श्रीधरन बोले- अगर बीजेपी सत्ता में आई तो सीएम बनने के लिए तैयार
नई दिल्ली। 21 फरवरी से मेट्रोमैन ई श्रीधरन दूसरे रूप में नजर आएंगे। तकनीक के क्षेत्र में हुनर दिखा चुके श्रीधरन नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं जो सियासत का मैदान है। 88 साल की उम्र में उनकी यह दूसरी पारी कितनी कामयाब होगी यह तो देखने वाली बात होगी। लेकिन शुक्रवार को उन्होंने बड़ा बयान दिया कि अगर केरल में भाजपा की सत्ता आती है तो वो मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। इससे पहले गुरुवार को उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की इच्छा के साथ साथ अप्रैल- मई में केरल में विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की बात भी कही थी।
सीएम बनने के लिए तैयार हूं
बीजेपी में शामिल होने से पहले उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी केरल विधानसभा चुनाव को जीतती है तो राज्य को कर्ज के जाल से बाहर लाने और बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा। श्रीधरन ने आगे कहा कि उनकी दिलचस्पी किसी राज्य के गवर्नर बनने में नहीं है क्योंकि वह राज्य में "योगदान करने में सक्षम नहीं है। वो एक ऐसा संवैधानिक पद है जिसके पास शक्ति नहीं है।
सीपीआई-एम, यूडीएफ पर साधा निशाना
ई श्रीधरन ने केरल के दोनों राजनीतिक दल यानी सीपीआई-एम और कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ पर करारा वार किया। उन्होंने कहा ये दोनों दल सिर्फ अपने फायदे के बारे में सोचते हैं। बड़ी बात यह है कि बड़े बड़े विज्ञापनों में मौजूदा सरकार विकास के बड़े बड़े दावों के साथ उनके हासिल करने की बात कही है लेकिन जमीन पर विकास शून्य है। जब कभी भी वो केरल का आंकलन विकास के संदर्भ में करते हैं तो उन्हें यकीन होता है कि सिर्फ और सिर्फ बीजेपी में विकास करने का माद्दा है। इस वक्त सिर्फ बीजेपी ही देश और राज्य के विकास के बारे में सोच रही है।
21 फरवरी को बीजेपी में शामिल होंगे श्रीधरन
गुरुवार को, बीजेपी केरल के अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने घोषणा की थी कि मेट्रोमैन 'ई श्रीधरन जल्द ही पार्टी में शामिल होंगे। 88 साल के श्रीधरन के विजयरात्रा के दौरान 21 फरवरी को औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होने की उम्मीद है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्रन के नेतृत्व में एक पूर्व-सर्वेक्षण राज्यव्यापी दौरा जारी है। श्रधरन ने बताया कि उनका फैसले इस विश्वास से प्रेरित है कि केरल में सिर्फ बीजेपी ही बेहतर नतीजे दे सकती है।