नई दिल्ली : देश में कोरोना का टीका लगाने की दिशा में सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं। सोमवार को गुजरात, पंजाब सहित चार राज्यों में टीकाकरण अभियान का ड्रॉय रन किया गया। इस बीच, सरकार ने आशंका जताई है कि साइबर अपराधी इस अभियान की आड़ में आम लोगों को निशाना बनाते हुए उन्हें ठग सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने लोगों को आगाह किया है।
'पे एंड रजिस्टर' का ऑफर दे सकते हैं अपराधी
गृह मंत्रालय के साइबर सेफ्टी एंड साइबर सेक्युरिटी विभाग ने सोमवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'कोविड-19 के टीके के बारे में झांसा देकर लोगों को ठगने के लिए साइबर अपराधी तरह-तरह की चालबाजियां कर रहे हैं। वे कोरोना का टीका पहले पाने के लिए लोगों को 'पे एंड रजिस्टर' का ऑफर दे सकते हैं। इसके लिए वे लोगों को मैसेज, लिंक, मेल अथवा फोन कॉल कर सकते हैं। ऐसे फ्राड संदेशों से सावधान रहने की जरूरत है। असावधानी होने पर आप उनका शिकार बन सकते हैं।'
भोपाल में लोगों के पास फोन आए
एमएचए पहले भी कोरोना टीके को लेकर साइबर अपराध की आशंका जाहिर कर चुका है।दरअसल, साइबर अपराधी कोरोना का टीका पहले पाने को लेकर लोगों को अपने झांसे में लेने की जुगत में जुट गए हैं। कुछ दिनों पहले भोपाल की साइबर सेल विभाग को कम से कम छह शिकायतें मिलीं हैं। लोगों का कहना है कि उन्हें जालसाजों की तरफ से कोरोना का टीका पहले पाने को लेकर फोन कॉल्स आए।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
एएसपी रजत सकलेचा ने बताया कि कोरोना का टीका बुक कराने के लिए साइबर अपराधी लोगों को फोन करते हैं और रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनसे बैंक अकाउंट का डिटेल मांगते हैं। हालांकि, जालसाजों के झांसे में कोई नहीं आया है लेकिन सतर्क न रहने पर वे लोगों को अपना शिकार बना सकते हैं।