नई दिल्ली: दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में विशेष PMLA कोर्ट ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को 3 मार्च तक ED की हिरासत में भेज दिया है इससे पहले उनसे लंबी पूछताछ की गई थी जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें गिरफ्तार किया।
गौर हो कि पिछले हफ्ते ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में कई स्थानों पर तलाशी ली थी। बताते हैं कि एनसीपी नेता नवाब मलिक से ईडी ने सुबह पूछताछ शुरू की थी, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
कोर्ट ने महाराष्ट्र के मंत्री और नवाब मलिक को अपनी प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत की अवधि में अपनी दवाएं ले जाने और घर का खाना प्राप्त करने की अनुमति दी।
इस मामले पर महाराष्ट्र के पूर्व CM और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि दाऊद जैसे देश के दुश्मन को मदद जिसके माध्यम से हुई उसको बचाने के लिए और उनका मंत्री पद बचाने के लिए पूरी सरकार (महाराष्ट्र सरकार) उनके पीछे खड़ी है, इसका देश को जवाब इस सरकार को देना पड़ेगा।
इससे पहले नवाब मलिक के वकील तारिक सैय्यद ने कहा कि अदालत कल हमारे आवेदनों पर सुनवाई करेगी जिसमें नवाब मलिक को उनकी हिरासत के दौरान अपनी दवाएं ले जाने और अपने घर से भोजन प्राप्त करने की अनुमति देने की अनुमति मांगी गई थी, और हिरासत में पूछताछ के दौरान वकीलों की उपस्थिति भी।
अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों और हवाला लेनदेन के संबंध में ईडी ने 15 फरवरी को मुंबई में छापेमारी की थी और एक नया मामला दर्ज किया था जिसके बाद नवाब मलिक को अरेस्ट किया गया है। ईडी अधिकारियों की एक टीम उनके आवास पर पहुंची और फिर उन्हें पूछताछ के लिए कार्यालय ले गई थी।
Iqbal Kaskar: दाऊद इब्राहिम का भाई इकबाल कासकर गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED ने किया अरेस्ट
उधर, नवाब मलिक के दफ्तर से एक ट्वीट किया गया है,नवाब मलिक के ऑफिस ने ट्वीट कर लिखा, 'ना डरेंगे ना झुकेंगे, 2024 के लिए तैयार।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय दफ्तर से मेडिकल कराने के लिए ले जाया जा गया था।
ऐसा कहा जा रहा है कि ED को रिमांड मिलने पर नवाब मलिक को मंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है। पहले भी नवाब मलिक पर पूर्व मुख्यमंत्री फणनवीस ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
ईडी ने दाउद और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया है वहीं हाल ही में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दाऊद की बहन दिवंगत हसीना पारकर के आवास की भी तलाशी ली गई थी, इसी मामले में ईडी ने दाऊद के भाई इकबाल कासकर को भी हिरासत में लिया था।ईडी ने कहा था कि इकबाल कासकर अपने भाई दाऊद इब्राहिम की ग्लोबलआतंकवादी की छवि का इस्तेमाल कर हस्तियों और बिल्डरों से फिरौती वसूलता था।