नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी राज्य में काफी आक्रमक हो गई है। बीजेपी को रोकने के लिए पश्चिम बंगाल में विपक्ष एकजुट हो सकता है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्र का इस्तेमाल कर रही है और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार तथा अन्य नेता भविष्य में विपक्ष को एकजुट करेंगे।
इसी पर तंज कसते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ये फुके बल्ब की झालर है, ये रोशनी नहीं कर सकते। पश्चिम बंगाल में वे पहले भी आ चुके हैं। इनसे पश्चिम बंगाल का भला नहीं होगा। बंगाल का भला काम से होगा जो वो करती नहीं हैं।
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने रविवार को पवार से बात की और इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। मलिक ने कहा कि दिल्ली में विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। जरूरत पड़ी तो शरद पवार खुद कोलकाता जाएंगे।
'पश्चिम बंगाल सरकार को अस्थिर किया जा रहा'
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में हाल ही में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद केंद्र ने कथित लापरवाही के मामले में तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर बुलाने के लिए पत्र लिखा था जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार के बीच गतिरोध गहरा गया है। मलिक ने कहा, 'भाजपा जिस तरह पश्चिम बंगाल सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्र सरकार का इस्तेमाल कर रही है, वह बहुत गंभीर है। पश्चिम बंगाल सरकार की सहमति के बिना आईपीएस अधिकारियों को बुला लिया गया है, जो बहुत खतरनाक है। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने पवार साहब से इस मुद्दे पर बात की है।'
उन्होंने कहा कि राज्यों में चुनी हुई सरकारों को ‘अस्थिर करने का भाजपा का कार्यक्रम’ सही नहीं है और लोकतंत्र के अनुरूप नहीं है। मलिक ने कहा कि पवार साहब और अन्य नेता भविष्य में विपक्ष के सभी नेताओं को एकजुट करेंगे।