- कृषि कानून पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का विरोध जारी
- पंजाब में बोले थे राहुल गांधी सरकार में आने पर कृषि कानून को कूड़ेदान में डाल देंगे।
- राहुल गांधी के इस तरह के बयान की बीजेपी कर रही है आलोचना
नई दिल्ली। कृषि कानून के मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जोरदार अंदाज में पंजाब में अपनी बात रख चुके हैं। पंजाब में ट्रैक्टर रैली के दौरान उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो कृषि कानून को कूडे के डब्बे में डाल देंगे। यह बात अलग है कि इस मुद्दे पर उन्हें बीजेपी के आरोपों का सामना भी करना पड़ रहा है। मसलन बीजेपी के नेता सवाल करते हैं कि 2019 के घोषणापत्र के बारे में भी राहुल गांधी को जनता को बताना चाहिए। इसके साथ ही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने निशाना साधा।
राहुल गांधी के विरोध पर कांग्रेस का तंज
मुख्तार अब्बास नकवी कहते हैं कि जिस कृषि कानून का राहुल गांधी विरोध कर रहे हैं क्या उन्हें पता है कि कौन सी फसल किस सीजन में बोई जाती है। राहुल गांधी को फसलों के बारे में जानकारी नहीं है और वो किसानों के हित की बात करते हैं। वो कहते हैं कि कुछ लोगों को पप्पु को बताना चाहिए कि यह मम्मी जी या मनमोहन सिंह जी की सरकार नहीं है कि जब कोई कानून संसद के जरिए पारित किया जाता है तो उसे आप जनता के सामने बेहुदा बताते हुए फाड़ देते हैं।
राहुल को बिना वजह बोलने की आदत
नकवी ने कहा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार है, यह सरकार आम लोगों और किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे फैसले पाखंड से भरे नहीं होते हैं। नकवी ने कहा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार है, यह सरकार आम लोगों और किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे फैसले पाखंड से भरे नहीं होते हैं। कोई भी शख्स जिसका उपरी दिमाग खाली होगा वो इस तरह का बातें करेगा। वो नहीं समझ सकते हैं कि किस विषय को किस तरह लोगों के बीच में रखना है, सबसे बड़ी बात यह है कि जिस शख्स को रबी और खरीफ की फसलों के बारे में ही नही पता है वो कृषि कानून पर क्या बोलेगा।