मुंबई : सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में एम्स की रिपोर्ट पर अभिनेता के परिवार के वकील विकास सिंह ने अपनी चिंता जाहिर की है। उन्होंने इस बारे में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को पत्र लिखा है। अब सुशांत सिंह का पोस्टमार्टम करने वाली डॉक्टरों की टीम ने सिंह के सवालों का जवाब दिया है। बता दें कि सुशांत सिंह की मौत का पोस्टमार्टम मंबई के कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने किया। इस रिपोर्ट पर सीबीआई ने एम्स के फॉरेंसिक विभाग की राय मांगी थी। एम्स के पैनल ने अपनी जांच में पाया है कि सुशांत की हत्या नहीं हुई बल्कि उन्होंने आत्महत्या की है। एम्स की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए सिंह ने सीबीआई प्रमुख को पत्र लिखा है।
- सुशांत के परिवार के वकील ने अपने पत्र में जो सवाल उठाए हैं, वे इस प्रकार हैं-
- मजिस्ट्रेट के ऑर्डर के बिना सुशांत सिंह का पोस्टमार्टम रात के वक्त किया गया।
- इस तरह के पोस्टमार्टम के समय जिस तरह के प्रोटोकॉल का जैसा पालन होना चाहिए, वैसा नहीं हुआ।
- पोस्टमार्टम के समय वीडियोग्राफी नहीं हुई।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के समय का जिक्र नहीं है।
- शरीर पर मिले चोट के निशान के बारे में कोई बात नहीं की गई। चोटें कैसे आई इस पर भी कोई राय नहीं दी गई है।
- रिपोर्ट में पैर में आए फ्रैक्चर का कोई जिक्र नहीं है।
'इंडिया टुडे' की रिपोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर विकास सिंह ने जो सवाल उठाए हैं उनमें से कई प्रश्नों का जवाब कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने दिया है। रात के समय पोस्टमार्टम करने के बारे में टीम का कहना है कि पुलिस ने उसी वक्त अभिनेता का पोस्टमार्टम करने का अनुरोध किया था। टीम का कहना है कि ऐसा कोई नियम नहीं है जो रात के समय पोस्टमार्टम करने से रोकता हो। इस बारे में साल 2013 में एक सर्कुलर भी जारी हुआ है।
टीम का कहना है कि अभिनेता के गर्दन पर 'लिगेचर मार्क' का उल्लेख है लेकिन 'उस पर कोई चोट' नहीं मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मौत के समय का जिक्र न होने के सवाल पर टीम ने कहा है कि मुंबई पुलिस ने मौत के समय को लेकर सवाल उठाए थे लेकिन अगली विस्तृत रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया कि अभिनेता की मौत पोस्ट मार्टम किए जाने से 10 से 12 घंटे पहले हुई।
गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत गत 14 जून को अपने बांद्रा स्थित फ्लैट पर मृत अवस्था में पाए गए। इस मामले की जांच तीन केंद्रीय एजेंसियां सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो कर रहे हैं।