- सब आएंगे, नामांकन भरेंगे और फिर आम सहमति
- मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कसा तंज
- 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनावी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और सांसद ,शशि थरूर के बीच लड़ाई मानी जा रही है। इन सबके बीच मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह बड़े आश्चर्य की बात है कि जो जिम्मेदारी लेना चाहते हैं उन्हें जिम्मेदारी दी नहीं जाएगी। वो जिम्मेदारी उसी के पास जाएगी जिसे गांधी परिवार चाहता है।
फिर आम सहमति पर आ जाएंगे
वे सभी जाएंगे और नामांकन फॉर्म भरेंगे लेकिन फिर वे आम सहमति पर आ जाएंगे। यह उनकी प्रक्रिया है। एक राष्ट्रीय पार्टी अपने अध्यक्ष का चुनाव नहीं कर सकती थी।'' मंत्री ने इसे 'अजीब दुविधा' बताते हुए कहा, "पार्टी इकाइयां एक नाम के पक्ष में प्रस्ताव पारित कर रही हैं। लेकिन वह राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते। और जो चाहते हैं उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी। और मुझे नहीं लगता कि पार्टी इस राज्य से बाहर आएगी।
कांग्रेस झूठे वादों के लिए मांगे माफी
राहुल गांधी की भारत जोड़ी यात्रा के बारे में बात करते हुए मंत्री ने कहा कि जब यात्रा मध्य प्रदेश पहुंचेगी तो राज्य सरकार यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। लेकिन मैं चाहता हूं कि वह पिछले चुनाव से पहले किए गए झूठे वादों के लिए माफी मांगे। मैं चाहता हूं कि वह किसी भी किसान के साथ आएं, जिसका उनकी सरकार ने वादा किया था, उनका 2 लाख रुपये का कर्ज माफ कर दिया। उन्होंने हर महीने 4,000 रुपये का वादा किया था। बेरोजगार युवा। कांग्रेस सरकार 15 महीने तक चली जो कि 60,000 रुपये की राशि लेती है। हम चाहते हैं कि वह यात्रा में किसी भी युवा को दिखाए, जिसे यह पैसा मिला है।
अशोक गहलोत बनाम शशि थरूर !
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ेंगे जबकि शशि थरूर ने इसे आधिकारिक नहीं बनाया है। अशोक गहलोत के पार्टी अध्यक्ष बनने की स्थिति में राजस्थान के सीएम पद पर अटकलें तेज हैं क्योंकि राहुल गांधी एक व्यक्ति-एक पद प्रणाली पर जोर देते हैं, जिसके अनुसार अशोक गहलोत को पार्टी अध्यक्ष बनने पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।