- इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ सिद्धू की मुलाकात भी चर्चा में रही थी।
- सिद्धू के खिलाफ पंजाब कांग्रेस के नेता अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
- पंजाब विधानसभा चुनाव में सिद्धू खुद अपनी सीट भी हार गए थे।
Navjot Singh Sidhu: खुद चुनाव हारने और पंजाब में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने काफी दिनों बाद चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने ट्वीट के जरिए संदेश दिया है कि मैंने वक्त को देख रखा है। और मुझे भी जवाब देने का हक है। जाहिर है सिद्धू बहुत दिन तक चुप रहने वालों में से नहीं है। ऐसे में वह सही समय का इंतजार कर रहे हैं। अब देखना यह है कि सिद्धू कौन से समय का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद वह अपने जवाब देने के हक का इस्तेमाल करेंगे।
सिद्धू ने ट्वीट में क्या लिखा
बुधवार को कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ''अपने ख़िलाफ़ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूँ . . . . .जवाब देने का हक , मैंने वक्त को दे रखा है . . .। सिद्धू का यह ट्वीट उस वक्त आया है जब उनके खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने खुल कर हल्ला बोल दिया है। चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि सिद्धू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाय। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में चौधरी ने कहा है कि खुद को पार्टी से बड़ा समझने के लिये, सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा चौधरी पहले ही पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की तरफ से सिद्धू की 'वर्तमान गतिविधियों' के बारे में एक विस्तृत नोट भी भेज चुके हैं।
प्रशांत किशोर से कर चुके हैं मुलाकात
इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ सिद्धू की मुलाकात भी चर्चा में रही थी। सिद्धू ने प्रशांत किशोर से उस वक्त मुलाकात की, जब प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में जाने के अपने रास्ते बंद कर दिए। उस मुलाकात पर उन्होंने कहा था कि पुरानी शराब, पुराना सोना और पुराना दोस्त हमेशा से बेस्ट होता है। ऐसे में अब जब प्रशांत किशोर नई सुराज यात्रा की बात कर रहे हैं। तो हो सकता है सिद्धू का सही वक्त, सुराज से ही जुड़ा हो।