- पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्त हुए हैं नवजोत सिंह सिद्धू
- अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए रविवार को विधायकों से मिले
- मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के साथ उनका टकराव पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है
नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इस पद पर नियुक्ति के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार जताया है। सिद्धू ने कहा कि इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने और उनमें विश्वास जताने के लिए वह इन तीनों नेताओं को धन्यवाद देते हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह कांग्रेस परिवार के प्रत्येक कार्यकर्ता के साथ मिलकर काम करेंगे। सिद्धू ने कहा कि कांग्रेस का नारा 'जीतेगा पंजाब' अवश्य पूरा होगा। सिद्धू ने कहा है कि उनकी यात्रा अभी शुरू हुई है।
कैप्टन से मुलाकात कर सकते हैं सिद्धू-रिपोर्ट
सिद्धू ने कहा, 'कांग्रेस के 'जीतेगा पंजाब' मिशन के लिए हम पार्टी के प्रत्येक सदस्य के साथ मिलकर काम करेंगे। पंजाब मॉडल और हाई कमान के 18 सूत्रीय एजेंडा के जरिए लोगों को पहले से सशक्त बनया जाएगा। मुझमें भरोसा जताने के लिए मैं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी को धन्यवाद देता हूं।' मीडिया रिपोर्टों की मानें तो सिद्धू आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात कर सकते हैं। दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से जारी टकराव पार्टी आलकमान के दखल के बाद कमजोर हुआ है।
पंजाब कांग्रेस में चार कार्यकारी उपाध्यक्ष
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस आलकमान ने राज्य में सिद्धू को बड़ी जिम्मेदारी है। सिद्धू की प्रदेश कांग्रेस पद पर ताजपोशी के साथ-साथ चार कार्यकारी उपाध्यक्ष भी बनाए गए हैं। कैप्टन अमरिंदर ने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए दलित और हिंदू समुदाय से नेताओं को अहम पद देने पर जोर दिया है। ऐसा समझा जाता है कि इन समुदायों को नेताओं को उपाध्यक्ष देकर कांग्रेस मुख्यमंत्री अमरिंदर को खुश करना चाहती है। कांग्रेस अपने इन दोनों दिग्गज नेताओं को एक साथ लेकर चलना चाहती है क्योंकि उसे पता है कि किसी एक की भी नारजगी से उसे विधानसभा चुनाव में नुकसान पहुंच सकता है।
समर्थन जुटाने के लिए विधायकों से मिले सिद्धू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्त होने के बाद सिद्धू सक्रिय हो गए हैं। अपना समर्थन जुटाने के लिए उन्होंने रविवार को पार्टी के नेताओं और विधायकों से मुलाकात की। इस बीच दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस के नेताओं ने कई बैठकें की। कांग्रेस के राज्य के 11 में से नौ सांसदों ने रविवार को दिल्ली में प्रताप सिंह बाजवा के आवास पर बैठक की। वहीं, पंजाब के 10 विधायकों ने अमरिंदर सिंह के समर्थन में एक बयान जारी कर कहा कि वह जनता के सबसे बड़े नेता हैं। आने वाले दिनों में दोनों नेताओं के बीच वर्चस्व की जंग देखने को मिल सकती है।