- राजद्रोह के मामले में नवनीत राणा और रवि राणा जेल में
- मुंबई पुलिस ने अदालत को बताया राजद्रोह का केस प्रतिशोध नहीं
- राणा दंपति ने राजनीति साजिश का आरोप लगाया है
नवनीता राणा और उनके पति को क्या मुंबई सेशंस कोर्ट से राहत मिलेगी या जेल बरकरार रहेगी। इस विषय पर आज फैसला आ सकता है। इससे पहले 29 अप्रैल की सुनवाई में बेल अर्जी पर सुनवाई एक दिन के लिए मुल्तवी कर दी गई थी। अदालत के सामने राणा दंपति के वकील ने पक्ष रखा तो मुंबई पुलिस की तरफ से भी दलील दी गई कि राजद्रोह की धारा सुसंगत है उसका बेजा इस्तेमाल नहीं किया गया है। पुलिस ने कई वजहों का जिक्र करते हुए खास तौर से आरोपियों के राजनीतिक कनेक्शन और एक चुनी हुई सरकार को गिराने का हवाला दिया।
न्यायिक हिरासक में राणा दंपति
अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा राजद्रोह के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। मंगलवार को उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई लेकिन मामला 30 अप्रैल तक के लिए टल गया। इस बीच राणा दंपति खासतौर से नवनीत राणा की तरफ से आरोप लगाया गया कि मुंबई पुलिस ने उनके साथ बुरा सलूक किया। पीने के लिए पानी नहीं दिया गया। जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल किया गया।
मुंबई पुलिस पर बदसलूकी का आरोप
मामला लोकसभा के अध्यक्ष तक पहुंचा और अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रिविलेज कमेटी को सुपुर्द कर दिया। इस बीच मुंबई पुलिस की तरफ से वीडियो जारी किया गया जिसमें नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा पुलिस स्टेशन में चाय पीते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन सवाल यहां फंसा हुआ है कि बदसलूकी किस पुलिस स्टेशन में हुई।सांसद नवनीत राणा के वकील रिजवान मर्चेंट ने कहा कि राजनीतिक मकसद से समर्थित हर बेबुनियाद आरोप पर प्रतिक्रिया की जरूरत नहीं है।मेरी मुवक्किल नवनीत कौर की हिरासत में दुर्व्यवहार की शिकायत सांताक्रूज पीएस के लॉक-अप के संबंध में है, न कि खार पीएस के संबंध में। अधिकारियों ने खार पीएस में उसे चाय की पेशकश की थी।