- भीमा कोरेगांव के आरोपियों को रिहा करे उद्धव सरकार- एनसीपी विधायक
- भाजपा ने की एनसीपी विधायक की आलोचना, कहा- क्या करेंगे सोनिया सेना के उद्धव
- 2018 में भीमा कोरगांव में हिंसा मामले में पुलिस ने किया था पांच आरोपियों को अरेस्ट
मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आरे और नानर रिफायनरी के आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमों को वापस लेने का ऐलान किया है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुंब्रा-कालवा से विधायक डॉ. जितेन्द्र आव्हाड ने सरकार से मांग की है कि वो भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों को मुक्त करे।
डॉ. जितेंद्र ने मराठी में ट्वीट करते हुए लिखा, 'आरे आंदोलन में गिरफ्तार किए गए लोगों को मुक्त कर दिया गया है, अब इस सरकार को भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों को पिछली सरकार द्वारा लगाए गए आरोपों से मुक्त करना चाहिए...हां ... यह हमारी सरकार है।' हालांकि शिवसेना की तरफ से इस मांग को मानना आसान नहीं होगा। भीमा कोरेगांव को लेकर शिवसेना अपने मुखपत्र सामना के जरिए विपक्ष पर हमले करती रही है। सामना में उसने इस मामले में गिरफ्तार लोगों की तुलना आतंकियों से की थी।
भाजपा सांसद और प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्वीट कर लिखा, 'राकांपा विधायक ने उद्धव ठाकरे को भीमा-कोरेगांव के आरोपी अर्बन नक्सल्स को छोड़ने को कहा जिन्होंनें पीएम मोदी की हत्या की साजिश रची थी। शिवसेना के उद्धव ने तब उन्हें लोकतंत्र के लिए खतरा बताया था। हम देखेंगे कि सोनिया सेना के उद्धव ठाकरे क्या करेंगे।'
आपको बता दें कि 2018 में भीमा कोरगांव में हिंसा भड़कने से एक शख्स की जान चले गई थी। तब पुलिस ने इस मामले में माओवादी से कथित संबंधों के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की संबंधित धाराओं के तहत वकील सुरेंद्र गडलिंग, नागुपर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शोमा सेन, दलित कार्यकर्ता सुधीर धावले, कार्यकर्ता महेश राउत और केरल के रोना विल्सन को गिरफ्तार किया था। इन लोगों पर आरोप था कि ये पीएम मोदी की हत्या की भी साजिश रच रहे थे।
कौन हैं जितेंद्र आव्हाड
जितेंद्र आव्हाड तीसरी बार कलवा- मुंब्रा विधानसभा से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। बीते दिनों आव्हाड उस समय सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने फिल्म तानाजी द अनसंग वॉरियर का ट्रेलर रिलीज होने पर फिल्म मेकर्स को धमकी देते हुए कहा था कि फिल्म में छत्रपति शिवाजी महाराज की छवि खराब की गई है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'फिल्म तानाजी का ट्रेलर देखा। उसमें तुमने कई ऐसे प्रसंग डाले हैं जो इतिहास में हैं ही नहीं। उनमें जल्द से जल्द बदलाव करें या फिर मुझे अपने तरीके से मामला देखना पड़ेगा।'