नई दिल्ली : अब से कुछ ही देर के बाद एशिया, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में साल 2020 का पहला चंद्रग्रहण लगने गया है। दुनिया के अन्य देशों की तरह ये भारत के भी विभिन्न शहरों में दिखाई दिया। चंद्रग्रहण शुक्रवार रात साढ़े दस बजे से शुरू होकर शनिवार सुबह 2 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। अफ्रीका में भी चंद्र ग्रहण देखा गया।
क्या होता है चंद्र ग्रहण। आपको बता दें कि जब चंद्रमा और सूर्य जब एक सीध पर होते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है ऐसे में चंद्र ग्रहण माना जाता है। लेकिन इस बार थोड़ा अलग है, चंद्रमा पृथ्वी की छाया के बाहरी किनारे से होकर गुजरेगा। इसका मतलब है कि चंद्रमा पूरी तरह से छिपेगा नहीं बल्कि हल्का मलिन होगा, ये ग्रहण काफी बारीक होगा जिसे नंगी आंखों से देखना मुश्किल होगा।
चंद्र ग्रहण की फुल अवधि 4 से 5 घंटे तक की रहने वाली है। भारत समेत एशिया के सभी देशों में दिखने के अलावा यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटलांटिक में भी दिखाई दिया।
इस साल कब-कब लगेगा ग्रहण
इसके अलावा इस साल 5 जून को चंद्र ग्रहण, 21 जून को सूर्य ग्रहण, 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण, 30 नवंबर को चंद्र ग्रहण और 14 दिसंबर को सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक चंद्र ग्रहण के मौके पर किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते ने ही देवी देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श किया जाता है। ज्योतिषियों के मुताबिक चंद्र ग्रहण के 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है लेकिन इस ग्रहण में सूतक का प्रभव नहीं पड़ेगा।