Ludhiana Court blast : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने लुधियाना कोर्ट में हुए ब्लास्ट की जांच शुरू कर दी है। अभी तक इस ब्लास्ट मामले की जांच पंजाब पुलिस कर रही थी। गत 23 दिसंबर को कोर्ट परिसर में हुए बम धमाके में सेवा से खारिज किए जा चुके हेड कान्स्टेबल गगनदीप सिंह की मौत हो गई। दरअसल, सिंह जब कोर्ट में बम को तैयार कर रहा था तभी उसमें विस्फोट हो गया। इस घटना में छह अन्य लोग घायल हुए।
सिम कार्ड से खुलेगा राज?
जांच के दौरान पंजाब पुलिस को घटनास्थल से एक सिम कार्ड और एक डोंगल मिला था। अब तक की जांच में पता चला है कि इस सिम कार्ड से मलेशिया, दुबई और पाकिस्तान में इंटरनेट कॉल हुए। यही नहीं, इस पर तीन मिस्ड कॉल्स पाकिस्तान से भी थे। इस सिम से लुधियाना जेल में फोन करने की भी बात सामने आई है। संदेह है कि इस ब्लास्ट में गगनदीप सिंह और लुधियाना जेल में बंद रणजीत एवं सुखविंदर की बड़ी भूमिका रही है। इ दोनों से एनआईए एवं पंजाब पुलिस ने मिलकर पूछताछ की है।
घर से स्कूटी से निकला था गगनदीप
समझा जाता है कि विस्फोटक उपलब्ध कराने में रणजीत एवं सुखविंदर की भूमिका हो सकती है। गगनदीप अपने घर से स्कूटी से निकला था। इसके बाद उसने खन्ना में एक अस्पताल के बाहर अपनी स्कूटी पार्क कर दी, फिर यहां से वह लुधियाना के लिए रवाना हुआ।
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पंजाब पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था गगनदीप
विस्फोट में मारा गया गगनदीप साल 2019 में पंजाब पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था। यह कार्रवाई ड्रग मामले में हुई थी। वह दो साल तक जेल में रहा। पिछले साल सितंबर में वह कोर्ट से छूटा था।