- मुंबई और गुजरात के तटीय इलाकों में चक्रवात निसर्ग मचा रहा है तबाही
- दक्षिणी मुंबई के अलीबाग में निसर्ग के कारण लैंडफॉल शुरू
- लैंडफॉल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और समुद्र का स्तर बड़ जाता है
अरब सागर में बढ़ते दबाव के कारण निसर्ग चक्रवात ने महाराष्ट्र और गोवा के तटीय इलाकों में तबाही मचाई है। निसर्ग चक्रवात ने मंगलवाल 2 जून को महाराष्ट्र में दस्तक दी और 3 जून बुधवार को दक्षिण मुंबई से 49 किलोमीटर दूर अलीबाग में लैंडफॉल का कारण बना। लैंडफॉल का मतलब होता है जब चक्रवात का असर पानी के बाद जमीन पर पड़ने लगता है उस स्थिति को लैंडफॉल कहते हैं।
चक्रवात लैंडफॉल में तेज हवाओं के साथ एक भयंकर तूफान आता है जिसमें हवाओं की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा से 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है। पहले से ही कोरोना की मार से जूझ रही आर्थिक राजधानी मुंबई पर अब चक्रवात निसर्ग का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने ट्वीट कर आगाह किया था कि चक्रवात निसर्ग अब महाराष्ट्र तट के बेहद करीब पहुंच गया है। लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और ये अगले 3 घंटे तक जारी रहेगी।
क्या होता है लैंडफॉल
तेज हवाओं के साथ चक्रवात जब सुमद्र की ओर से जमीन की ओर प्रवेश कर जाता है उस स्थिति को लैंडफॉल कहते हैं। लैंडफॉल में तेज हवाएं, भारी बारिश, समुद्र स्तर का बढ़ना आदि आता है। इस दौरान उस इलाके में रहने वाले लोगों के लिए जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो जाता है। चक्रवाती तूफान अभी गोवा की राजधानी पंजी से पश्चिम-दक्षिणपश्चिम जबकि मुंबई से 430 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में और गुजरात के सूरत से 640 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम की ओर कहर मचा रहा है।
आपको बता दें कि निसर्ग तूफान के मद्देनजर मौसम विभाग ने मुंबई में हाई टाइड के आने की आशंका जताई है। हवाएं 100 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है। केवल महाराष्ट्र ही नहीं, गुजरात और दमन दीव में भी इस तूफान का साफ असर दिख रहा है। समुद्र तट से मछुआरों को दूर जाने की सलाह दे दी गई है। एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत व बचाव के लिए सक्रिय है।
एनडीआरएफकी टीमें तैनात
एनडीआरएफ की टीमें अब तक तटीय इलाकों से 1 लाख लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुकी है। एनडीआरएफ की 20 टीमें महाराष्ट्र में तैनात की गई है जिसमें 15 टीमें महाराष्ट्र की हैं जबकि 5 टीमें आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की हैं। राज्य सरकार के द्वारा एहतियात के तौर पर लोगों के लिए सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। सीआरपीसी की धारा 144 के तहत समुद्र तटों, बीत, पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों पर आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा बीएमसी ने राज्य के लोगों के लिए कई गाइडलाइन्स जारी किए हैं।
इस बीच स्काईमेट ने ताजा जानकारी देते हुए कहा है कि मुंबई के ऊपर से चक्रवात तूफान का खतरा टल चुका है। हालांकि उसने ये भी कहा है कि बारिश रात तक होत रहेगी लेकिन हवा की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आगे नहीं बढ़ेगी। चक्रवाती तूफान निसर्ग के कारण होने वाली लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अगले लगभग 1 घंटे में ये पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।