- अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार PM बनने के लिए लालू के साथ चले गए।
- जदयू अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार पीएम उम्मीदवार नहीं हैं।
- उन्होंने कहा कि वे सिर्फ बीजेपी के हटाने के लिए विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं।
पटना: जदयू चीफ राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार सीबीआई या ईडी से नहीं डरते लेकिन जिस तरह से आप (बीजेपी) सीबीआई का दुरुपयोग कर रहे हैं वह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है, आप स्थापित और भरोसेमंद संस्थानों की विश्वसनीयता को खत्म कर रहे हैं और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पीएम उम्मीदवार नहीं हैं, वे केवल विपक्षी दलों को एकजुट करने में सूत्रधार बनना चाहते हैं, और विपक्ष की एकता से भारत बीजेपी से मुक्त हो सकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के पुर्णिया में अपनी पार्टी की रैली में शुक्रवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पद की अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए आरजेडी और कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए बीजेपी की पीठ में छुरा घोंपा। यह कहते हुए कि बीजेपी राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। शाह ने आरोप लगाया कि नीतीश की कोई विचारधारा नहीं है, इसलिए उन्होंने जाति आधारित राजनीति के पक्ष में समाजवाद छोड़ दिया।
क्या वह यहां किसी को डराने आए थे? अमित शाह के 'डरो मत' वाले बयान पर बोले तेजस्वी यादव
शाह ने कहा कि नीतीश जी, आपने 2014 में भी यही किया था। 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार के लोग इस महागठबंधन को हरा देंगे। बीजेपी 2025 के विधानसभा चुनावों के बाद पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि हम स्वार्थ और सत्ता के बजाय सेवा और विकास की राजनीति में विश्वास करते हैं।
लालू जी, नीतीश से सावधान रहिए...पूर्णिया रैली में अमित शाह ने RJD सुप्रीमो को दी सलाह
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री की केवल एक ही विचारधारा है, मेरी कुर्सी बरकरार रहनी चाहिए।शाह, जो बिहार के सीमांचल क्षेत्र के अपने दो दिवसीय दौरे पर हैं, पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों के सांसदों, विधायकों और नेताओं के साथ कई बैठकें की। पिछले महीने राजनीतिक उथल-पुथल के बाद राज्य में बीजेपी की सत्ता खत्म होने के बाद यह उनकी पहली बिहार यात्रा है।