- NTAGI कोविड-19 टीके की दूसरी डोज और बूस्टर डोज लेने के लिए नौ महीने के अंतर को घटाकर छह महीने कर सकता है।
- टीके की दोनों डोज लेने के 6 महीने के बाद शरीर में उत्पन्न एंटीबॉडी कम हो जाती है ।
- ऐसे में बूस्टर डोज लेने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
Covid Vaccine Update: देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) बुधवार को अहम फैसला ले सकता है। इसके तहत NTAGI बूस्टर डोज या प्रीकॉशन डोज को लेकर अहम फैसले कर सकता है। जिसमें बिजनेस, खेल, शिक्षा, रोजगार, के लिए विदेश जाने वालों को कोविड-19 टीके की बूस्टर डोज कब दी जाय, इस पर फैसला हो सकता है। अभी सरकार ने दूसरी डोज के बाद बूस्टर डोज के लिए 9 महीने का अंतराल तय कर रखा है। बीते सोमवार को देश भर में 3 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस आए थे। और दो माह बाद संक्रमण दर एक फीसदी (1.07 फीसदी) को पार कर गई थी।
हो सकते हैं अहम फैसले
न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के अनुसार सूत्रों ने बताया है कि NTAGI कोविड-19 टीके की दूसरी डोज और बूस्टर डोज लेने के लिए नौ महीने के मौजूदा अंतर को घटाकर सभी के लिए छह महीने पर भी चर्चा करेगा। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय को ऐसे कई अनुरोध मिले हैं जिसमें रोजगार, विदेशी शिक्षण संस्थानों में प्रवेश, खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का हिस्से के रूप में जाने वालों या बिजनेस से तत्काल विदेश यात्रा पर जाने वालों को बूस्टर खुराक लेने की अनुमति देने की मांग की है। इन सब मुद्दों पर बुधवार की बैठक में अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
छह महीने बाद एंटी बॉडी हो जाती है कम
इसके पहले भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और अंतरराष्ट्रीय अनुंसधान संस्थानों के अध्ययनों से यह पता चला है कि टीके की दोनों डोज लेने के छह महीने के बाद शरीर में उत्पन्न एंटीबॉडी कम हो जाती है और बूस्टर डोज देने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इस समय 10 अप्रैल से 18 साल से अधिक उम्र के वे लोग जिन्होंने टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद नौ महीने की अवधि पूरी कर ली है वह बूस्टर डोज लेने के लिए पात्र हैं। हालांकि अभी यह सुविधा निजी अस्पतालों में उपलब्ध है। बुधवार को होनी वाली बैठर में NTAGI पांच से 12 साल उम्र के बच्चों के कोविड-19 टीका आंकड़ों का विश्लेषण भी कर सकता है।