चंडीगढ़/अहमदाबाद : कोरोना वायरस के वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी अलर्ट पर हैं। बढ़ते कोविड केस और ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने एहतियात के तौर पर नाइट कर्फ्यू का फैसला लिया है। साथ ही उन लोगों को 1 जनवरी, 2022 से सार्वजनिक स्थनों पर जाने से प्रतिबंधित किया जा सकता है, जिन्होंने कोविड रोधी वैक्सीन नहीं लगवाई है।
कोविड केस में बढ़ोतरी के बीच उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के बाद अब हरियाणा सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू का मन बना लिया है, जबकि गुजरात के कई शहरों में भी नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है। हरियाणा, गुजरात के साथ-साथ ओडिशा में भी कई अन्य प्रतिबंधों का ऐलान किया गया है।
हरियाणा में प्रतिबंधों का ऐलान
हरियाणा के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार रात 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार कर रही है। इस अवधि के दौरान आम लोगों को आवाजाही की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान केवल आवश्यक सामानों की आवाजाही को ही अनुमति दी जाएगी।
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सार्वजनिक स्थानों पर 200 से अधिक लोगों को जमा होने की अनुमति नहीं होगी। इस तरह के किसी भी कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही 1 जनवरी, 2022 से उन लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है।
गुजरात के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू
वहीं, गुजरात के कुछ शहरों में भी रात 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, कोविड-19 के मौजूदा हालात को देखते हुए अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, भावनगर, जामनगर, गांधीनगर और जूनागढ़ में 25 दिसंबर से रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रोजाना नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है।
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वहीं, ओडिशा सरकार ने कोविड के हालात को देखते हुए 25 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच क्रिसमस और नए साल के जश्न पर पाबंदी लगा दी है। जनसभा, रैलियों के साथ-साथ ऐसे सभी कार्यक्रमों को प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटते हों। इनमें ऑर्केस्ट्रा, होटल, क्लब, रेस्टोरेंट, पार्क आदि में सेलिब्रेशन जैसे कार्यक्रम भी शामिल हैं।
ओमिक्रोन के अब तक 358 केस
इससे पहले मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की सरकारों ने कोविड-19 के हालात को देखते हुए प्रतिबंधों का ऐलान किया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रोन अधिक तेजी से फैल रहा है।
देश में अब तक इसके 358 मामले आ चुके हैं। इनमें से अब तक 183 मामलों का विश्लेषण किया गया गया है, जिसके मुताबिक, इनमें 121 लोगों ने विदेश यात्रा की थी। 91 प्रतिशत मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन की पूरी खुराक ली है। 70 प्रतिशत मरीजों में किसी तरह के लक्षण नहीं मिले। सकरार ने इसे चिंताजनक स्थिति करार देते हुए लोगों से उपयुक्त व्यवहार बरतने और टीकाकरण बढ़ाने पर जोर दिया है।