पटना: रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा गैर तकनीकी श्रेणियों RRB NTPC के लिए परीक्षाओं में कथित विसंगतियों के विरोध में बिहार के कई हिस्सों में छात्रों ने तीन दिनों तक प्रदर्शन किया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन सेवाओं को बाधित किया और कुछ जगहों पर ट्रेनों आ लगा दी। उसके बाद रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि छात्रों की शिकायतों का सामाधान किया जाएगा। अब बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि मैंने रेल मंत्री से आग्रह किया कि एनटीपीसी के मामले में "वन कैंडीडेट-वन रिजल्ट" के सिद्धांत पर फैसला किया जाना चाहिए। इस पर रेल मंत्री वैष्णव ने मुझे भरोसा दिलाया।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि रेलवे ग्रुप डी की दो की जगह, एक परीक्षा ही होगी। एनटीपीसी के रिजल्ट 'एक छात्र-यूनिक रिजल्ट' फार्मूले पर जारी होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड ने यदि फैसला अचानक लेने से परहेज किया होता और समय रहते छात्रों के भ्रम दूर किये होते,तो बिहार में ऐसी अप्रिय स्थिति नहीं पैदा होती।
उन्होंने आगे कहा कि मेरी राज्य के पुलिस प्रशासन से अपील है कि छात्रों पर कोई दमनात्मक कार्रवाई न की जाए। छात्र कोई अपराधी नहीं हैं। छात्रों से अपील है कि संयम बरतें ताकि रेलवे बोर्ड मामले के सभी पहलुओं की जांच पूरी कर परीक्षार्थियों के हित में फैसला कर सके। बिहार में प्रशासन न करे कोई दमनात्मक कार्रवाई।
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