- प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, दिल्ली में 80 रुपए किलो मिल रही
- महाराष्ट्र जैसे प्याज उत्पादक राज्यों में भारी बारिश से दामों में वृद्धि हुई
- कीमतें कैसे कम की जाएं, इसे लेकर केंद्रीय मंत्री ने मांगे सुझाव
नई दिल्ली: प्याज की दाम आसमान छू रहे हैं। दिल्ली में प्याज के दाम बढ़कर 80 रुपए किलो हो गए हैं। इस बीच केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने लोगों से अपील की है कि वो सुझाव दें कि प्याज के दाम कैसे कम किए जाएं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अक्टूबर को प्याज का भाव 55 रुपए किलो था, जो अब 80 रुपए किलो हो गया है।
प्याज की कीमतों में पिछले साल की तुलना में करीब तीन गुना वृद्धि हुई है। नवंबर 2018 में खुदरा बाजार में प्याज का भाव 30-35 रुपए किलो था।
केंद्रीय मंत्री पासवान प्याज की कीमतों पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने इस संबंध में कई ट्वीट और इसे लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं, उसकी जानकारी दी।
पासवान ने कहा, 'प्याज की जमाखोरी पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बहुत जल्द बाजार में नए और आयातित प्याज की आपूर्ति बड़ी तादाद में शुरू हो जाएगी, जिससे कीमतें तेजी से नीचे आएंगी। मीडिया और आमलोग भी, कीमतों को कैसे कम किया जाए, इसपर अपने सुझाव सोशल मीडिया या कंज्यूमर ऐप के जरिए हमें दे सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'प्याज की बढ़ी कीमतों के कारण और इसे जल्द नियंत्रित करने के उपायों की समीक्षा के लिए आज सचिव, उपभोक्ता मामले और सचिव, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण के साथ बैठक की। बताया गया कि खरीफ की बुवाई में देरी के कारण प्याज की नई फसल बाजार में देर से पहुंच रही है। प्याज उत्पादक राज्यों, खासकर महाराष्ट्र और कर्नाटक में अधिक बारिश के कारण फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। प्याज की ढुलाई में भी परेशानी आ रही है। सरकार अपने बफर स्टॉक से लगातार प्याज की आपूर्ति कर रही है।'
एक अन्य ट्वीट में मंत्री ने कहा कि बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए इजिप्ट, टर्की, ईरान और अफगानिस्तान से प्याज आयात करने की प्रक्रिया जारी है। विदेश और कृषि मंत्रालय से अनुरोध किया गया है कि इन देशों से बात कर निजी कंपनियों को प्याज के आयात की सुविधा उपलब्ध कराएं।