पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में भीड़ द्वारा तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में एक के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस व्यक्ति को हवालात में रखा गया था। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने पिछले महीने पालघर के गडचिंचले गांव में दो साधुओं और उनके वाहन चालक की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या किए जाने के मामले में अब तक नौ नाबालिगों समेत 115 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि शुक्रवार रात हुई।'
जिला सिविल सर्जन डॉ कंचन वानेरे ने कहा, 'उसे 20 अन्य के साथ जिले की वाडा में हवालात में रखा गया था। कोविड-19 जांच में उसके संक्रमित होने की पुष्टि के बाद, उसे पालघर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हवालात में उसके साथ रखे गए 20 अन्य लोगों के साथ-साथ उसके संपर्क में आए करीब 23 पुलिस कर्मियों को पृथक-वास में रखा गया है।' वानेरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि वह कैसे संक्रमित हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, 18 अप्रैल को, मामले में उस वक्त तक गिरफ्तार सभी आरोपियों की कोविड-19 की जांच की गई थी। हालांकि, उस वक्त किसी की भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई थी। सूत्रों ने बताया कि दूसरी जांच शुक्रवार को की गई और रिपोर्ट रात में आई, जिसमें आरोपी कोविड-19 से संक्रमित पाया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को अन्य आरोपियों के साथ 30 अप्रैल को स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया गया था। साथ ही, बताया कि उसके परिवार के सदस्यों को अब पृथक-वास में रखा गया है।
राज्य पुलिस सीआईडी ने पालघर घटना के सिलसिले में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद गिरफ्तार किए गए आरोपियों की कुल संख्या बढ़ कर 115 हो गई है। यह घटना 16 अप्रैल को हुई थी, जब दो साधु एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने कार से मुंबई से सूरत जा रहे थे। भीड़ ने उनकी कार को रोका और बच्चा चोर होने के संदेह में तीनों को पीट-पीटकर मार डाला।